भोपाल, 29 जून | मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान गुरुवार को अपने मंत्रिमंडल का विस्तार कर सकते हैं। मंत्रिमंडल में शामिल होने वाले विधायकों के नामों पर अंतिम फैसला दिल्ली में होगा, इसलिए बुधवार की सुबह मुख्यमंत्री चौहान दिल्ली के लिए रवाना हो गए। राज्य मंत्रिमंडल के विस्तार की चर्चा अरसे से चल रही है, मगर पार्टी स्तर पर इसकी कवायद पहली बार तेज हुई है। चौहान के तीसरी बार मुख्यमंत्री बनने के बाद पहली बार मंत्रिमंडल का विस्तार होने जा रहा है। इस संदर्भ में गत मंगलवार की रात को मुख्यमंत्री के निवास पर पार्टी के प्रदेशाध्यक्ष नंदकुमार सिंह चौहान, प्रदेश प्रभारी विनय सहस्त्रबुद्घे, प्रदेश के संगठन महामंत्री सुहास भगत ने शिवराज सिंह चौहान के साथ गहन मंत्रणा की और नए नामों की एक सूची तैयार की गई जिसको लेकर बुधवार की सुबह चौहान दिल्ली गए।
चौहान के मंत्रिमंडल में फिलहाल 18 कैबिनेट और चार राज्यमंत्री हैं। राज्यमंत्री अपना प्रमोशन चाह रहे हैं तो कई कैबिनेट मंत्री विभाग में फेरबदल। वहीं कई विधायक मंत्री बनने की प्रतीक्षा कर रहे हैं। जिन विधायकों को मंत्रिमंडल में जगह मिलने की संभावना है उनमें अर्चना चिटनीस, जयभान सिंह पवैया और रामलाल रौतेल प्रमुख हैं। इसके अलावा क्षेत्रीय और जातीय संतुलन बनाने के भी पार्टी स्तर पर प्रयास हो रहे हैं।
चौहान के मंत्रिमंडल में दो पूर्व मुख्यमंत्रियों कैलाश जोशी और सुंदरलाल पटवा के परिजन दीपक जोशी व सुरेंद्र पटवा राज्य मंत्री हैं, जिन्हें प्रोन्नत करने का दबाव है। वहीं पूर्व मुख्यमंत्री वीरेंद्र सखलेचा व वरिष्ठ नेता कैलाश सारंग के परिजन विश्वास सारंग को मंत्री बनाने के लिए जोर लगाया जा रहा है।
मंत्रिमंडल विस्तार को लेकर पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष नंदकुमार सिंह चौहान का कहना है कि योग्यता के आधार पर मंत्रिमंडल में जगह मिलेगी, न कि राजनीतिक पृष्ठभूमि के आधार पर।
(फाइल फोटो)
Follow @JansamacharNews