भारत की महान गणितज्ञ लेखिका मंगला नार्लिकर का 80 साल की आयु में सोमवार 17 जुलाई को पुणे में निधन होगया।
वे कैंसर से पीड़ित थीं।
मंगला नार्लिकर का जन्म 1943 में पुणे में हुआ था। उनके पिता एक सरकारी कर्मचारी थे और माँ कॉलेज में पढ़ाया करती थीं।
उनका विवाह 1966 में प्रसिद्ध भारतीय भौतिकीय वैज्ञानिक जयन्त विष्णु नार्लिकर से हुआ था। शादी के बाद वे अपने परिवार के साथ इंग्लैंड शिफ्ट हो गईं थीं जहाँ उन्होंने दो बेटियों को जन्म दिया।
अप्रतिम प्रतिभा की धनि नार्लिकर ने गणित में स्वर्ण पदक के साथ मास्टर डिग्री प्राप्त की थी। उन्होंने एनालिटिक नंबर सिद्धांत विषय पर पीएचडी की थी ।
मंगला नार्लिकर #mangalanarlikar को सरल भाषा में गणित के सूत्रों की व्याख्या करने में महारथ हासिल थी। गणित की कई किताबें और शोध पत्रों इस गणितज्ञ ने शुरू में मुंबई में टाटा इंस्टीट्यूट ऑफ फंडामेंटल रिसर्च में काम किया और बाद में मुंबई और पुणे विश्वविद्यालय में व्याख्याता के रूप में अपनी सेवाएं प्रदान कीं । उन्होंने 2006 से 2010 तक भास्कराचार्य प्रतिष्ठान केंद्र में MSc. के छात्रों को भी पढ़ाया। डॉ. मंगला ने कई किताबें लिखीं और अपनी किताबों को केवल 10 रुपये में प्रकाशित किया ताकि हर बच्चा उन्हें खरीद सके। 2013 में उन्हें बालभारती के अध्यक्ष के रूप में नियुक्त किया गया, और तब उन्होंने सिलेबस में कई महत्वपूर्ण बदलाव किए। उन्होंने रिटायर होने के बाद लॉकडाउन के दौरान ऑनलाइन कक्षाएं भी लेना शुरू किया।
इस महान गणितज्ञ और महिलाओं के लिए प्रेरणा रहीं मंगला ने सोमवार 17 जुलाई को दुनिया को अलविदा कह दिया।
image courtesy Social Media
Follow @JansamacharNews