नई दिल्ली, 16 मई (जनसमा)। भारत सरकार के मानव संसाधन विकास मंत्रालय ने विज्ञान और इंजीनियरिंग कॉलेज में छात्राओं के कम पंजीकरण की समस्या को दूर करने के लिए ‘उड़ान’ नामक परियोजना शुरू की है। केंद्र सरकार ने महिलाओं में विज्ञान की शिक्षा को लोकप्रिय बनाने के लिए विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग ने अभी हाल में एक स्थायी समिति का गठन किया है। समिति का गठन आधिकारिक आदेश दिनांक 11 मार्च, 2016 के तहत महिलाओं में विज्ञान को प्रोत्साहन देने के लिए किया गया है।
फोटोः जयपुर का बीएम बिरला साइंस एण्ड टेक्नोलॉजी सेन्टर। (आईएएनएस)
उड़ान का उद्देश्य सीनियर सैकेंडरी स्तर पर छात्राओं के लिए विज्ञान और गणित को प्रोत्साहन देना है। इसके तहत प्रत्येक छात्रा को निशुल्क और ऑनलाइन संसाधन उपलब्ध कराए जाएंगे। परियोजना के अंतर्गत प्रत्येक वर्ष 1000 वंचित लड़कियों को चुना जाएगा और उन्हें विशेष सुविधाएं प्रदान की जाएंगी।
समिति का उद्देश्य महिलाओं में विज्ञान की शिक्षा को बढ़ाने के लिए विशेष उपाय सुझाना है। स्थायी समिति की पहली बैठक बेंगलुरू स्थित भारतीय विज्ञान संस्थान में 16 मई, 2016 को आयोजित की जाएगी।
विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग का एक अन्य विशेष कार्यक्रम महिला विश्वविद्यालयों में नवाचार और उत्कृष्टता के लिए विश्वविद्यालय अनुसंधान एकीकरण (क्यूरी) है, जिसके तहत विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी संरचना को मजबूत बनाने के लिए बजटीय प्रावधान किया गया है। इसके अलावा क्यूरी के तहत महिला केन्द्रित विश्वविद्यालयों में अनुसंधान सुविधाओं को भी बढ़ाया जाएगा, ताकि महिलाओं में विज्ञान और प्रौद्योगिकी शिक्षा को लोकप्रिय बनाया जा सके।
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