न्यूयार्क, 23 जून | बॉस लोग कृपया ध्यान दें। अगली बार अगर आप अपने किसी कर्मचारी को फेसबुक देखने में तल्लीन पाएं तो उसका असल मतलब यह है कि आपका वह कर्मचारी काम से होने वाली मानसिक थकान को दूर भगाने का प्रयास कर रहा है। एक शोध के मुताबिक कर्मचारी काम के दौरान सोशल मीडिया का उपयोग कई कारणों से करते हैं और इनमें से एक प्रमुख और और सबसे आम कारण यह होता है कि वे कुछ देर के लिए काम से ब्रेक लेते हुए खुद को रिफ्रेश करना चाहते हैं।
प्यू रिसर्च सेंट द्वारा अमेरिका के 2003 व्यस्क लोगों पर किए गए शोध के मुताबिक इसमें शामिल करीब 34 फीसदी लोगों ने कहा कि वे सोशल मीडिया का उपयोग काम से होने वाली मानसिक थकान को दूर करने के लिए करते हैं।
सर्वे की रिपोर्ट के मुताबिक, “ये (सोशल नेटवर्किंग) डिजिटल प्लेटफार्म लोगों को काम की गुणपत्ता सुधारने का मौका प्रदान करते हैं। साथ ही ये अपने साथी कर्मचारियों से बेहतर सम्बंध कायम रखते हुए अपनी कम्पनी के लिए और अधिक उपयोगी साबित हो सकते हैं।”
कुछ कम्पनियां यह भी मान सकती हैं कि लोग सोशल नेटवर्किं ग का उपयोग काम से इतर कार्यो के लिए कर सकते हैं लेकिन इनमें से अधिकांश कर्मचारी इसका उपयोग दरअसल मानसिक थकान मिटाने के लिए ही करते हैं।
रिपोर्ट में कहा गया है, “27 फीसदी लोग काम के दौरान सोशल मीडिया का उपयोग दोस्तों और रिश्तेदारों से सम्पर्क के लिए करते हैं जबकि 24 फीसदी इसका उपयोग पेशेवर सम्पर्को के लिए करते हैं।”
बीस फीसदी लोग ऐसे हैं, जो सोशल मीडिया का उपयोग करते हुए जो सूचना हासिल करते हैं, वे काम के दौरान उनकी समस्याओं का हल निकालते हैं जबकि 17 फीसदी अपने सहकर्मियों के साथ बेहतर सम्बंध बनाए रखने के लिए इसका उपयोग करते हैं।
युवा कर्मचारी सोशल मीडिया पर ऐसी जानकारियां हासिल करते हैं, जिनसे सहकर्मियों के साथ उनके सम्बंध बेहतर होते हैं और या फिर उनके बारे में उनकी पूर्वनिर्धारित सोच में बदलाव आता है। ऐसे कर्मचारियों का प्रतिशत 23 है और इनकी उम्र 18 से 29 साल की है।
कई कर्मचारियों ने यह भी कहा कि उनकी कम्पनियों ने काम के दौरान फेसबुक या फिर इस तरह के दूसरे माध्यमों के उपयोग के लिए नीतियां बना रखी हैं। अल्पकालिक और पूर्णकालिक कर्मचारियों में से आधे यह मानते हैं कि उनकी कम्पनी ने सोशल नेटवर्किं ग के उपयोग के लिए नीति बना रखी है।
शोध में पता चला है कि जिन कम्पनियों ने काम के दौरान सोशल नेटवर्किं ग के उपयोग के लिए अपने कर्मचारियों की खातिर नीतियां बना रखी हैं, वहां के कर्मचारी फेसबुक या दूसरे माध्यमों के उपयोग कम ही कर पाते हैं।
कुल मिलाकर 65 फीसदी लोगों का यह मानना है कि सोशल मीडिया के उपयोग से उनका काम बेहतर होता है क्योंकि इससे उन्हें नई जानकारियां मिलती हैं और सबसे अहम बात यह है कि वे अपनी मानसिक थकान को दूर करते हुए फिर काम में मन लगा सकते हैं।
इनमें से 17 फीसदी कर्मचारी ऐसे भी हैं, जिनका मानना है कि वे काम से जुड़े मसलों के लिए शायद ही कभी इंटरनेट का उपयोग करते हैं और 25 फीसदी ऐसे भी हैं, जो कहते हैं कि वे इस कारण के लिए इंटरनेट का उपयोग कभी नहीं करते। –आईएएनएस
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