मार्च 2019 तक 77 करोड़ बल्बों को एलईडी बल्बों में बदल दिया जाएगा

नई दिल्ली, 01 मार्च। बजट के दिन यानी सोमवार, 29 फरवरी 2016 को ऊर्जा दक्षता सर्विसेज लिमिटेड (ईईएसएल) ने घरेलू कुशल प्रकाश कार्यक्रम (डीईएलपी) के तहत नागरिकों के बीच सात करोड़ एलईडी बल्बों का वितरण किया है। यह रिकार्ड वितरण बजट के दिन किया गया। बिजली मंत्रालय के तहत काम करने वाली ऊर्जा दक्षता सर्विसेज लिमिटेड (ईईएसएल) ने इस योजना को क्रियान्वित किया है। इसने देश भर के 11 राज्यों में 2.3 करोड़ लोगों को गोद लिया है।

ईईएसएल ने 19 दिन में एक करेाड़ से अधिक बल्बों का वितरण किया। इससे पहले छह करोड़ बल्बों का वितरण पहले ही फरवरी माह में कर दिया गया था। सात करोड़ एलईडी बल्बों के वितरण से सरकार ने अधिकतम मांग के दौरान 2085 मेगावाट बिजली की मांग को रोकने और 2.4 करोड़ किलोवाट प्रति दिन बिजली बचाने में मदद की है।

भारत ने कार्बन उत्सर्जन को कम करने का वचन दिया है और इस योजना की इसे पूरा करने में म‍हत्वपूर्ण भूमिका है। सरकार रिहायशी क्षेत्र में देश भर के 77 करोड़ बल्बों को मार्च 2019 तक एलईडी बल्बों में बदलने को समर्पित है। इस लक्ष्य से 20 हजार मेगावाट बिजली के भार को कम होने की उम्मीद है। इससे सालाना 1000 लाख किलोवाट बिजली बचने का अनुमान है।

इस समय डीईएलपी का यह कार्यक्रम राजस्थान, महाराष्ट्र, कर्नाटक, केरल, उत्तर प्रदेश, हिमाचल प्रदेश, दिल्ली आंध्र प्रदेश, पुडुचेरी, झारखंड और उत्तराखंड में पूरी तरह चल रहा है। जल्दी ही राष्ट्रीय स्तर पर इस कार्यक्रम की शुरुआत केन्द्र शासित प्रदेश दादर तथा नगर हवेली के अतिरिक्त गुजरात, मध्यप्रदेश, हरियाणा, ओडिशा और बिहार में की जाएगी।

फोटो सौ॰ ईईएसएल इंडिया डाॅट ओआरजी