कोलकाता, 10 जनवरी (हि.स.)। मालदा के कालियाचक में मुस्लिम समुदाय के लोगों द्वारा किये हंगामे पर संवादमाध्यमो की खामोशी को लेकर राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ ने गंभीर चिन्ता जताई है।
आरएसएस के दक्षिण बंग प्रांत कार्यवाह जिष्णु बसु ने एक विज्ञप्ति जारी कर पूर्व की कुछ घटनाओं की उदाहरण देते हुए मीडिया की भूमिका पर सवाल खडे किये गये हैं।
विज्ञप्ति में कहा गया है कि मालदा में जिस प्रकार एक समुदाय के लोगों ने पुलिस थाने पर हमला कर आगजनी और तोडफोड की और पूरे इलाके की शांति को भंग किया वह किसी भी तरह से नजरअंदाज करने योग्य नहीं था लेकिन दुर्भाग्य से कोलकाता के संवाद माध्यमो ने सामाजिक एकता को प्रभावित करने वाली इस घटना के प्रति जिस प्रकार उदासीनता दिखाई उससे संवाद माध्यमो की निष्पक्षता पर प्रश्नचिन्ह लगता है।
गुजरात दंगो व दादरी की घटना का उल्लेख करते हुए विज्ञप्ति में कहा गया है कि जब कभी हिंदू समाज पर आरोप लगते हैं तो देश भर की मीडिया बढ़-चढ़कर खबरें प्रकाशित व प्रसारित करता है लेकिन मुस्लिम समुदाय के ज्यादतियों को पूरी तरह नजरअंदाज कर दिया जाता है।
मालदा की घटना की पुनरावृत्ति बिहार के पुर्णिया में हो चुकी है इसके बाद भी संवाद माध्यमो ने इसे गंभीरता से नहीं लिया। मीडिया की ऐसी प्रवृत्ति अफसोसनाक और चिन्ताजनक है।
मालदा में उग्र भीड ने न सिर्फ पुलिस थाने पर हमला किया बल्कि पुलिस कर्मियों के साथ मारपीट भी की। कालियाचक थाने से पुलिस के हथियार लूट लिये गये। सरकारी संपत्ति को नुकसान पहुंचाया गया, यहां तक कि निरीह ग्रामीणों व सडक से गुजरने वाले वाहनो को भी निशाना बनाया गया। इतना सब होने के बाद भी कोलकाता के किसी भी संवाद माध्यम ने एक खबर तक प्रसारित नहीं की।
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