नई दिल्ली, 7 जुलाई | भारतीय जनता पार्टी के सूत्रों का कहना है कि देश के नए सूचना व प्रसारण मंत्री एम. वेंकैया नायडू को स्पष्ट रूप से कहा गया है कि वे मीडिया में मोदी सरकार की धारणा के बारे में बदलाव लाने के लिए सक्रिय रूप से काम करें।
नायडू ने बुधवार को कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा मंत्रिमंडल में किए गए फेरबदल से ‘किसी’ के नाखुश होने का कोई कारण नहीं है। नायडू ने मंत्रालय का पदभार संभालने के तुरंत बाद संवाददाताओं से बातचीत में कहा, “किसी के नाखुश होने का कोई कारण नहीं है। यह फेरबदल प्रधानमंत्री के विशेषाधिकार के तहत किए गए हैं।”
नायडू, जो शहरी विकास मंत्री भी हैं, ने कहा कि वे सूचना व प्रसारण मंत्रालय का पदभार मिलने से खुश हैं। इससे पहले इस पद को वित्तमंत्री अरुण जेटली संभाल रहे थे।
नायडू ने कहा कि उनका जोर मीडिया और लोगों को सरकार द्वारा किए गए जा रहे अच्छे कामों को बताना है, खासतौर से ग्रामीण क्षेत्रों के लोगों के जीवन में उत्थान के लिए किए जा रहे कार्यो के बारे में।
प्रधानमंत्री ने मंगलवार को पांच राज्य मंत्रियों को मंत्रालय से निकाल दिया, जबकि 19 नए चेहरे शामिल किए गए। साथ ही राज्य मंत्री प्रकाश जावड़ेकर का कद बढ़ाकर केंद्रीय मंत्री का कर दिया।
इस फेरबदल में नायडू से संसदीय मामलों का मंत्रालय वापस ले लिया गया।
प्रधानमंत्री ने इसके अलावा मानव संसाधन विकास मंत्री स्मृति ईरानी को भी हटाकर उन्हें लो-प्रोफाइल माने जाने वाले कपड़ा मंत्रालय की जिम्मेदारी दे दी।
जबकि जावेड़कर को नया मानव संसाधन मंत्री बनाया गया है। वहीं, कनार्टक के डी. वी. सदानंद गौड़ा को भी कानून मंत्रालय से हटा दिया गया है।
नायडू ने कहा, “पहले दो वर्षो तक संसदीय मामलों के मंत्री के रूप में काम करना एक चुनौतीपूर्ण काम था।” और उन्होंने उम्मीद व्यक्त की कि अब चीजें ज्यादा आसान होंगी।
रसायन व उर्वरक मंत्री एच. एन. अनंत कुमार को फेरबदल के बाद संसदीय मामलों के मंत्री की जिम्मेदारी सौंपी गई है।
–आईएएनएस
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