मुंबई, 26 जनवरी। ऑल इंडिया मिल्ली काउंसिल नार्थ ईस्ट जिला के विक्रोली की ओर से नूरानी जामा मस्जिद के ऊपरी भाग में कैरियर गाइडेंस प्रोग्राम का सोमवार को आयोजन किया गया, जिसका उद्देश्य मुस्लिम छात्र.छात्राओं को आईपीएस और आईएएस की प्रतियोगी परीक्षाओं में भाग लेने के लिए मार्गदर्शन देना और जागरूकता पैदा करना है ।
मिल्ली कौंसिल ने एक प्रेस विज्ञप्ति में कहा है कि मौजूदा हालात में मुसलमानों की सरकारी नौकरियों में भागीदारी न के बराबर हैं। कैरियर गाइडेंस प्रोग्राम की अहमियत का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि मस्जिदों की पवित्रता को कायम रखते हुए मुस्लिम छात्रों और युवाओं के बेहतर भविष्य के लिए ऐसे प्रोग्राम मस्जिदों के ऊपरी हिस्से में किये जा सकते हैं।
नूरानी मस्जिद, विक्रोली के ट्रस्टियों और मिल्ली कौंसिल मुंबई ने मिल कर कैरियर गाइडेंस प्रोग्राम आयोजित किया ताकि मुंबई शहर के हर क्षेत्र की मस्जिदों के ऊपरी हिस्से से देश में शिक्षा, विकास और समाज को अनुकूल बनाने में मदद कर सकते हैं।
इस अवसर पर आयोजित संगोष्ठी में पूर्व सहायक पुलिस आयुक्त शमशेर खान पठान ने बताया कि युवाओं को पुलिस में भर्ती होने के लिए किस तरह की योग्यता और मेहनत की जरूरत है।
गोष्ठी में प्रोफेसर व पूर्व प्रिंसिपल इस्माइल यूसुफ कॉलेज और हज हाउस में आईपीएस और आईएएस के लिए विशेष प्रशिक्षण देने वाले एस एम हाशमी भी उपस्थित थे।
उन्होंने डिजिटल प्रजेंटेशन के जरिये भारी संख्या में उपस्थित छात्र, छात्राओं और अभिभावकों को आईएएस तथा आईपीएस की परीक्षा में बैठने और परिश्रम करने के तौरतरीके बताए।
मिल्ली कौंसिल के अध्यक्ष राशिद अजीम ने कहा कि इसप्रकार का कैरियर गाइडेंस कार्यक्रम आज से शुरू किया गया है, जिसका उद्देश्य मुंबई के वे मुस्लिम क्षेत्र हैं जो शैक्षणिक और आर्थिक स्तर पर पिछड़ेपन का शिकार हैं। इन क्षेत्रों के छात्रों-छात्राओं और अभिभावकों को इस बात से परिचित कराना है जिस के माध्यम से भविष्य में मुस्लिम बच्चे उच्च नौकरियां लेकर कलेक्टर और पुलिस विभाग के उच्च पदों पर पहुंच कर अपने परिवार, समाज और देश के विकास में महत्वपूर्ण सेवाएं देसकें।
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