नई दिल्ली, 7 जनवरी। (जनसमा) केन्द्रीय मंत्रिमण्डल की बैठक में बताया गया कि 1 जनवरी 2016 तक की स्थिति के अनुसार कुल 71,312 करोड़ रुपये की राशि के मुद्रा ऋण 1.73 करोड़ कर्जदारों को वितरित किए जा चुके हैं।
केंद्रीय मंत्रिमंडल ने बीते कल बुद्धवार 6 जनवरी को मुद्रा (सूक्ष्म इकाई विकास पुनर्वित्त एजेंसी) से जुड़े ऋणों के लिए एक ऋण गारंटी कोष बनाने के लिए अपनी स्वीकृति दे दी थी। केंद्रीय मंत्रिमंडल ने कल इसके साथ ही मुद्रा लिमिटेड को सिडबी के पूर्ण स्वामित्व वाले एक सहायक निकाय मुद्रा भारतीय लघु उद्योग विकास बैंक (सिडबी) में तब्दील करने को भी अपनी मंजूरी दे दी थी।
मुद्रा (सिडबी) बैंक अब पुनर्वित्त से जुड़े परिचालन शुरू करेगा और इसके साथ ही सहायक सेवाएं प्रदान करेगा, जिसके तहत पोर्टल प्रबंधन, डेटा विश्लेषण इत्यादि पर ध्यान केंद्रित किया जाएगा। मुद्रा (सिडबी) बैंक इसके अलावा भारत सरकार द्वारा सौंपी गई किसी अन्य भूमिका को भी निभा सकता है।
एमएफआई अब पुनर्वित्त के लिए मुद्रा (सिडबी) बैंक के साथ और ऋण गारंटी के लिए एनसीजीटीसी के साथ सदस्य ऋण संस्थानों (एमएलआई) के सदस्य बन सकते हैं।
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