डबलिन, 4 जुलाई | आयरलैंड में शांति और एकजुटता कायम करने की कोशिश में एक मुस्लिम समूह ने देश के समलैंगिक समुदाय के सदस्यों के साथ मिलकर रोजा खोला। आयरिश मुस्लिम शांति और एकता परिषद ने ‘सच्चे इस्लामिक आदर्शो’ का प्रदर्शन करने की कोशिश में शनिवार को अपने धर्म से बाहर के कई लोगों को रमजान की दावत के लिए आमंत्रित किया था।
फोटो: पणजी में 17 जुलाई, 2016 को रोजा तोड़ते मुस्लिम समुदाय के लोग। (फोटो: आईएएनएस)
परिषद के अध्यक्ष शेख उमर अल कादरी ने कहा, “दुनियाभर में एक अरब से ज्यादा मुसलमान रमजान का उपवास रखते हैं। हमें मिली दुआओं का सम्मान करते हुए आयरिश मुस्लिम समुदाय के लिए जरूरी है कि वे अपने पड़ोसियों तक भी इस्लाम के सच्चे आदर्शो को पहुंचाए।”
उपवास खत्म होने के बाद इफ्तार की दावत डबलिन में हुई।
अल कादरी आयरलैंड में समलैंगिक समुदाय के मुखर समर्थक रहे हैं और समलैंगिक समुदाय के साथ हो रहे भेदभाव की तुलना मुस्लिमों के साथ हो रहे भेदभाव से करते रहे हैं।
फ्लोरिडा में ऑरलैंडो के समलैंगिक नाइटक्लब में हुई गोलीबारी के बाद उन्होंने कहा था कि वह समलैंगिक समुदाय के साथ हैं।
उन्होंने कहा था, “मैं समलैंगिक समुदाय के साथ हूं और मैं किसी भी समूह के प्रति भेदभाव के खिलाफ हूं।”
उन्होंने कहा था, “ऐसा नहीं होना चाहिए था। हम खुद भी अल्पसंख्यक हैं और हम समझते हैं कि भेदभाव क्या होता है।” —आईएएनएस
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