मून के प्रवक्ता ने भारत व पाकिस्तान में वार्ता की अपील दोहराई

संयुक्त राष्ट्र, 29 सितम्बर | संयुक्त राष्ट्र महासचिव बान की मून के प्रवक्ता ने इस विवाद में पड़ने से इनकार कर दिया है कि क्या भारत और पाकिस्तान युद्ध के लिए तैयार हो रहे हैं। उन्होंने कहा कि वह एक बार फिर पहले दिए उन बयानों को ही दोहराएंगे जिसमें दोनों देशों के बीच बातचीत का आह्वान किया गया है।

एक संवाददाता ने बुधवार को जब यह पूछा कि क्या उपमहाद्वीप में युद्ध के लिए तैयार है और क्या बान ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और नवाज शरीफ से बात की है, इस पर प्रवक्ता स्टीफन डुजारिक ने कहा, “मुझे लगता है कि क्या स्थिति है, इसे हम लोग जानते हैं और इसलिए जैसा कि मैंने कहा है, हमारी समझदारी से काम लेने की अवस्थिति और मौजूदा स्थिति जस की तस है।”

कश्मीर की स्थिति के बारे में और युद्ध के शब्दाडंबर से बचने के लिए क्या बान भारत और पाकिस्तान के नेताओं को बुलाएंगे? यह सवाल बार-बार पूछने पर डुजारिक ने कहा कि हमारा मानना है कि दोनों देशों की स्थिति पर हम लोगों ने अपनी स्थिति स्पष्ट कर दी है।

मानवाधिकार मामलों के संयुक्त राष्ट्र के उच्चायुक्त जैद राद अल-हुसैन द्वारा अपनी टीम को कश्मीर दौरा करने की इजाजत नहीं देने का लेकर भारत और पाकिस्तान की आलोचना करने से जुड़े सवाल पर डुजारिक ने कहा कि उन्हें मामले की जानकारी नहीं है।

इससे पहले के बयानों में बान की-मून ने कहा था कि कश्मीर समस्या सुलझाने के लिए बातचीत ही रास्ता है। उन्होंने कहा था कि यदि दोनों देश कहें तो उनकी सलाह उपलब्ध है।

कश्मीर मुद्दे पर शरीफ की शिकायतों के जवाब में हाल में लिखे पत्र में बान ने लिखा कि संयुक्त राष्ट्र अब भी यह मानता है कि कश्मीर सहित लंबित मुद्दे केवल पाकिस्तान और भारत के बीच बातचीत से ही हल किए जा सकते हैं।

उन्होंने कहा कि वह लोगों की जान के नुकसान की निंदा करते हैं और उम्मीद करते हैं कि आगे हिंसा से परहेज किया जाएगा।

बान ने हाल में जम्मू एवं कश्मीर के उड़ी में सैन्य शिविर पर हुए आतंकी हमले की भी निंदा की है जिसमें 18 जवान शहीद हुए थे। उन्होंने अपनी संवेदना भी व्यक्त की।- अरुल लुईस, आईएएनएस