'मेक इन इंडिया' के 2 वर्ष पूरे, एफडीआई अपने रिकॉर्ड स्तर पर रहा

‘मेक इन इंडिया’ के 2 वर्ष पूरे, एफडीआई अपने रिकॉर्ड स्तर पर रहा

नई दिल्ली, 25 सितम्बर | प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा शुरू किए गए ‘मेक इन इंडिया’ अभियान के दो वर्ष पूरे हो गए हैं। सरकार ने रविवार को ऐलान किया कि देश में प्रत्यक्ष विदेशी निवेश (एफडीआई) अपने रिकॉर्ड स्तर पर रहा है। औद्योगिक नीति एवं संवर्धन विभाग (डीआईपीपी) ने ट्वीट कर बताया, “देश का सालाना आधार पर एफडीआई अब तक के रिकॉर्ड स्तर पर रहा है। मेक इन इंडिया का इससे बेहतर समय नहीं हो सकता।”

एक अन्य ट्वीट के मुताबिक, “मेक इन इंडिया के इन दो वर्षो में कारोबार करना आसान हो गया है।”

अन्य ट्वीट के मुताबिक, “‘शेर’ के आज दो वर्ष पूरे हो गए। ‘शेर मेक इन इंडिया अभियान का संकेत है।”

देश में विकास दर बढ़ने, निवेश अनुकूल वातावरण, कीमतों में स्थिरता और वित्तीय अनिवार्यता की वजह से पिछले दो वर्षों में एफडीआई में 53 फीसदी की वृद्धि हुई है।

मानसून सत्र में केंद्रीय वित्तमंत्री अरुण जेटली ने लोकसभा में कहा था, “व्यापक सुधारों से 2015-16 में एफडीआई अब तक शीर्ष पर रहा है।”

केंद्रीय वाणिज्य मंत्री निर्मला सीतारमण ने इस महीने की शुरुआत में चेन्नई में कहा था कि मेक इन इंडिया जैसे अभियानों से नतीजे आने शुरू हो गए हैं। विनिर्माण विकास दर 2015-16 में 9.3 फीसदी रही है जबकि 2014-15 में यह 5.5 फीसदी थी और 2013-14 में 5.6 फीसीद और 2012-13 में छह फीसदी थी।

उन्होंने बताया था कि भारतीय निर्यात में पिछले साल से लगातार आई गिरावट थमी है और विकास दर अब धीमी और स्थाई हो जाएगी।         –आईएएनएस