मेक-इन-इंडिया : देश के प्रथम चार राज्यों में छत्तीसगढ़

रायपुर, 31 अगस्त । प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के ‘मेक-इन-इंडिया’ अभियान को छत्तीसगढ़ में शानदार सफलता मिली है। नई दिल्ली में प्रकाशित एक रिपोर्ट के अनुसार देश का यह नया और छोटा राज्य कई पुराने तथा बड़े राज्यों को पीछे छोड़कर इस अभियान के तहत पूंजी निवेशकों को आकर्षित करने में देश के प्रथम चार राज्यों में शामिल हो गया है। जनवरी 2015 से जून 2016 तक छत्तीसगढ़ सरकार को विभिन्न उद्यमियों से 45 हजार 025 करोड़ रुपये के पूंजी निवेश के लिए औद्योगिक उद्यमिता ज्ञापन (इण्डस्ट्रीयल इंटरप्रेन्योर मेमोरेण्डम) प्राप्त हुए हैं। कर्नाटक, गुजरात, महाराष्ट्र के बाद छत्तीसगढ़ चौथा ऐसा राज्य है, जहां मेक-इन-इंडिया के तहत उद्योग लगाने के लिए उद्यमियों से बड़ी मात्रा में झ्पूंजी निवेश आकर्षित हुआ है। तमिलनाडू, पश्चिम बंगाल, मध्यप्रदेश, उत्तर प्रदेश, राजस्थान, केरल, हरियाणा, असम और बिहार जैसे राज्यों को भी छत्तीसगढ़ ने इस मामले में पीछे छोड़ दिया है।

मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह ने इसे छत्तीसगढ़ के औद्योगिक विकास की ²ष्टि से काफी महत्वपूर्ण और उत्साहवर्धक बताते हुए प्रसन्नता व्यक्त की है। उन्होंने कहा है कि प्रधानमंत्री के ‘मेक-इन-इंडिया’ के सपने को साकार करने के लिए छत्तीसगढ़ लगातार प्रयास कर रहा है।

छत्तीसगढ़ ने जहां डेढ़ साल की इस अवधि में मेक-इन-इंडिया अभियान के तहत 45 हजार 025 करोड़ रुपये का पूंजी निवेश आकर्षित करने की दिशा में सफलता हासिल की है, वहीं इस दौरान आंध्रप्रदेश ने 29 हजार 602 करोड़, ओडिशा ने 28 हजार 436 करोड़ रुपये, तमिलनाडू ने 23 हजार 113 करोड़ रुपये, पश्चिम बंगाल ने 20 हजार 823 करोड़, मध्यप्रदेश ने 17 हजार 882 करोड़ रुपये, उत्तर प्रदेश ने 17 हजार 830 करोड़ रुपये, राजस्थान ने आठ हजार 563 करोड़ रुपये, पंजाब ने पांच हजार 686 करोड़ रुपये और केरल ने निवेशकों से पांच हजार 104 करोड़ रुपये का औद्योगिक उद्यमिता ज्ञापन प्राप्त किया है।(आईएएनएस/वीएनएस)