मुम्बई, 25 फरवरी (जनसमा)। गुरूवार को पुणे की यरवडा जेल से रिहा हुए अभिनेता संजय दत्त ने मुम्बई में अपने घर के बाहर पत्रकारों से अपील करते हुए कहा, ‘‘मैं आतंकवादी नहीं हूँ। टाडा कोर्ट ने मुझे आतंकवाद के आरोपों से बरी कर दिया था। मुझे सिर्फ आर्म्स ऐक्ट में ही सजा हुई थी। मुझसे कोई मुम्बई बम ब्लास्ट के बारे में न पूछे।’’
अभिनेता संजय दत्त को आर्म्स एक्ट में 5 साल की सजा हुई थी। जेल में उनके अच्छे व्यवहार के कारण 8 महीने पहले ही उनकी रिहाई हो गई। पुणे की यरवडा जेल से छूट कर संजय चार्टर्ड विमान द्वारा गुरूवार सुबह मुम्बई पहुंचे।
यरवडा जेल से बाहर निकलते समय संजय दत्त द्वारा धरती को चूमने और तिरंगे को सलाम किये जाने के सवाल पर संजय ने कहा, ‘‘धरती माँ मेरी माँ है, मैं हिन्दुस्तान की धरती को प्यार करता हूँ। मैं यहीं पैदा हुआ हूँ और यहीं मरूंगा। तिरंगा मेरी जिंदगी है।’’
संजय दत्त ने बताया कि अदालत द्वारा उनको ‘आतंकवादी नहीं’ घोषित करना उनके लिए बहुत बड़ी बात थी। उनके पिता सुनील दत्त यही सुनना चाहते थे लेकिन वह उस समय नहीं थे। संजय ने कहा कि आज मैं अपने पिता की कमी महसूस कर रहा हूँ।
अपनी पत्नी मान्यता दत्त के बारे में संजय दत्त ने कहा कि मान्यता मेरे लिए ‘पिलर ऑफ स्टैंªथ’ है। उन्होंने कहा कि जेल में कमाए पैसे मैंने अपनी पत्नी को दिए हैं।
पत्रकारों के पूछे जाने पर उन्होंने बताया कि जेल में उन्होंने पेपर बैग बनाने का काफी काम किया। पत्रकारों ने जब पूछा कि क्या आप जेल में रेडियो जॉकी भी बने थे? इस पर संजय दत्त ने कहा कि हाँ, जेल में गाने बजाए जाते हैं इसलिए जेल विभाग की कहने पर मैंने रेडियो जॉकी का काम किया था। उन्होंने पत्रकारों को बताया कि जेल में उनके कई मित्र बन गए थे। सभी ने बहुत प्यार दिया।
सलमान खान के बारे में संजय दत्त ने कहा, ‘‘सलमान मेरा छोटा भाई है और हमेशा रहेगा। मैं उसके लिए प्रार्थना करता हूँ कि वह मुझसे भी बड़ा स्टार बने।’’
पत्रकार वार्ता में संजय दत्त के साथ उनकी पत्नी मान्यता दत्त तथा उनके जुड़वां बच्चे इक़रा और शहरान भी थे।
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