मैच में जीत कप्तान नहीं, टीम दिलाती है : गंभीर

नई दिल्ली, 16 सितम्बर | भारत की विश्व कप-2011 विजेता टीम का हिस्सा रहे सलामी बल्लेबाज गौतम गंभीर का कहना है कि किसी भी मैच में जीत कप्तान नहीं, टीम दिलाती है।

मौजूदा सत्र में शानदार फॉर्म में चल रहे गंभीर की कप्तानी में बुधवार को इंडिया ब्लू ने दलीप ट्रॉफी खिताब अपने नाम किया।

इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) की कोलकाता नाइट राइडर्स के कप्तान गंभीर लंबे समय से राष्ट्रीय टीम से बाहर चल रहे हैं। राष्ट्रीय टीम के साथ गंभीर का आखिरी मैच 15 अगस्त, 2014 को द ओवल में इंग्लैंड के खिलाफ हुआ टेस्ट मैच था।

दिलीप ट्रॉफी में अच्छे प्रदर्शन के बाद भी भारतीय टीम में जगह न मिल पाने पर गंभीर ने कहा, “मेरा काम रन बनाते रहना है। आप जीत हासिल करने के लिए खेलते हैं, न कि अपने चयन के लिए।”

उल्लेखनीय है कि भारतीय टीम को 22 सितंबर से न्यूजीलैंड के खिलाफ तीन टेस्ट मैचों की श्रृंखला खेलनी है, जिसमें भारतीय टीम की कमान युवा विराट कोहली संभाल रहे हैं।

यहां एक समारोह में शिरकत करने आए गंभीर से भारतीय कप्तान विराट कोहली और कीवी टीम के कप्तान केन विलयमसन में बेहतर कप्तान के बारे में पूछा गया, तो उनका कहना था कि मैच में कप्तान नहीं बल्कि टीम जीत दिलाती है।

आईएएनएस से साक्षात्कार में गंभीर ने कहा, “किसी भी मैच में कप्तान आपको जीत नहीं दिलाता, बल्कि टीम दिलाती है। भारत और न्यूजीलैंड टीम के कप्तानों में से कौन बेहतर है, इसका पता तो श्रृंखला के बाद ही चल पाएगा।”

दिन-रात के टेस्ट मैच को लेकर भारतीय टीम के रुख के बारे में पूछे जाने पर गंभीर ने कहा, “यह सब बीसीसीआई पर निर्भर करता है, लेकिन मेरा यह विचार है कि टेस्ट क्रिकेट लाल गेंद से ही खेला जाना चाहिए।”

गंभीर ने कहा, “टेस्ट क्रिकेट में गुलाबी गेंद का इस्तेमाल नहीं किया जाना चाहिए। अगर आप दर्शकों की संख्या बढ़ाने के लिए ऐसा कर रहे हैं, तो यह सही नहीं है। हमें कम से क्रिकेट के एक प्रारूप को वैसा ही रखना चाहिए, जैसा वह है।”

भारत और न्यूजीलैंड की तुलना वाले सवाल पर उन्होंने कहा, “मुझे लगता है कि भारत के पास घरेलू जमीं पर खेलने का फायदा है। आपके पास दो बेहतरीन स्पिन गेंदबाज हैं और अगर वह अच्छा खेलेंगे, तो कहीं न कहीं न्यूजीलैंड को मुश्किल होगी।”

हालांकि, गंभीर ने यह भी कहा कि परिस्थितियों को देखना भी जरूरी है, क्योंकि अगर स्पिन गेंदबाज मददगार पिचों पर पर खेल रहे हैं, तो न्यूजीलैंड के पास भी तीन स्पिन गेंदबाज हैं।

न्यूजीलैंड के बारे में गंभीर ने कहा, “निश्चित तौर पर मेहमान टीम भारतीय टीम का सामना करने के लिए तैयार हैं। वह एक मजबूत टीम है और न्यूजीलैंड की एक खास विशेषता यह भी है कि वे किसी भी परिरिस्थति में किसी भी टीम को हराने की क्षमता रखते हैं।”

देश के पहले जूनियर टी-20 लीग टूर्नामेंट आईजेपीएल के उद्घाटन समारोह में आए गंभीर ने कहा कि उन्हें अपने करियर के शुरुआती दिनों में इस प्रकार का कोई मंच नहीं मिला।

गंभीर ने कहा, “यह तो शुरुआत है, जो 14-18 आयुवर्ग के खिलाड़ियों के लिए हैं। यहां वह अपने कौशल का प्रदर्शन कर सकते हैं। छोटे राज्यों से आकर खुद को साबित कर सकते हैं और इसके लिए उनके पास कम से कम एक मंच तो है।”

मोनिका चौहान===