इस्लामाबाद, 23 अगस्त | पाकिस्तान में भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बलूचिस्तान पर दिए बयान का समर्थन करने पर अलगाववादी बलूच नेता ब्राहमदाग बुगती, हरबियार मर्ाी और बानुक करीमा बलूच के खिलाफ मुकदमे दर्ज किए गए हैं। पुलिस ने सोमवार को यह जानकारी दी। डॉन ऑन लाइन की खबर के मुताबिक, मुनीर अहमद, मौलाना मुहम्मद असलम, मुहम्मद हुसैन, गुलाम यासीन जातक और मुहम्मद रहीम की याचिका पर प्रांत के खुजदार इलाके में पांच अलग-अलग मुकदमे दर्ज किए गए हैं।
खुजदार के प्रभारी जिला पुलिस अधिकारी मुहम्मद अशरफ जताक ने कहा कि याचिकाकर्ताओं ने दावा किया है कि बुगती, मर्ाी और बलूच ने मोदी के 15 अगस्त की टिप्पणी का समर्थन किया था।
मोदी ने स्वतंत्रता दिवस के भाषण में कहा था कि बलूचिस्तान, गिलगित-बाल्तिस्तान और आजाद जम्मू एवं कश्मीर की जनता ने पिछले कुछ दिनों में उन्हें बहुत धन्यवाद दिया है।
अहमद ने आरोप लगाया कि बलूच नेताओं ने मोदी को पाकिस्तान के खिलाफ आक्रमण करने को कहा।
मोदी के बयान के बाद पूरे बलूचिस्तान में विरोध प्रदर्शन हुए थे। बड़ी संख्या में कबाइलियों ने डेरा बुगती, खुजदार, क्वेटा, छामान और प्रांत के अन्य इलाकों में प्रदर्शन किए थे।
बलूचिस्तान के मुख्यमंत्री सनालुल्ला जेहरी ने पिछले हफ्ते भाषण में मोदी के बयान की निंदा की थी। साथ ही भारत सरकार पर बलूचिस्तान में जारी उपद्रव का पूरा समर्थन करने का आरोप लगाया था।
जेहरी का भाषण उस वीडियो के जारी होने के एक दिन बाद आया जिसमें निर्वासित बलूच नेता ब्राहमदाग बुगती मोदी के बलूच जनता को दिए गए समर्थन की सराहना करते नजर आए। यह वीडियो देखते ही देखते सोशल मीडिया पर चलने लगा था।
उन्होंने आरोप लगाया कि भारत सरकार बुगती, हारबियार मर्ाी, जामरान मर्ाी और अल्लाह नजर जैसे तत्वों को प्रायोजित करने में पूरी तरह संलिप्त है।
मुख्यमंत्री ने आरोप लगाया कि बुगती को भारतीयों से पैसा मिल रहा है, यही कारण है कि उन्होंने मोदी के बयान का समर्थन किया है।–आईएएनएस
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