डरबन, 10 जुलाई। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को भारत सरकार की विभिन्न योजनाओं के तहत विभिन्न भारतीय संस्थानों से पढ़ाई कर चुके दक्षिण अफ्रीकी नागरिकों के एक समूह से मुलाकात की। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता विकास स्वरूप ने इस मौके की तस्वीरों के साथ ट्वीट कर बताया, “ज्ञानक्रांति के सह-भागीदार। प्रधानमंत्री ने भारतीय संस्थानों के दक्षिण अफ्रीकी पूर्व छात्रों के समूह से मुलाकात की।”
इससे पहले मोदी ने फिनिक्स आश्रम का दौरा किया, जिसे महात्मा गांधी ने 1904 में स्थापित किया था।
इससे पहले शनिवार को उन्होंने पीटरमारित्जबर्ग रेलवे स्टेशन का दौरा किया था। यह वही स्टेशन है, जहां गांधी जी को रंगभेद का शिकार होना पड़ा था और 1893 में उन्हें रेलगाड़ी के डिब्बे से निकाल दिया गया था।
बाद में शनिवार को मोदी भारतीय उच्चायुक्त और डरबन के मेयर द्वारा आयोजित स्वागत समारोह में शामिल हुए। उसके बाद वे अपनी चार अफ्रीकी देशों की यात्रा के दूसरे चरण में तंजानिया रवाना हो गए।
मोदी गुरुवार रात अपनी यात्रा के दूसरे चरण में मोजांबिक से दक्षिण अफ्रीका आए।
शुक्रवार को प्रधानमंत्री मोदी और दक्षिण अफ्रीका के राष्ट्रपति जैकब जुमा की अगुवाई में हुई द्विपक्षीय बैठक के बाद भारत और दक्षिण अफ्रीका के बीच चार समझौतों पर हस्ताक्षर किए गए।
यहां से डरबन रवाना होने से पहले प्रधानमंत्री ने जोहांसबर्ग में भारतीय प्रवासियों की एक रैली को संबोधित किया, जिसमें लगभग 11,000 लोग जुटे थे।
यह मोदी की अफ्रीका की पहली यात्रा है और 2013 में डरबन में हुई जी-20 बैठक में प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के शामिल होने के बाद किसी भारतीय प्रधानमंत्री की पहली यात्रा है।
मोजांबिक, दक्षिण अफ्रीका और तंजानिया के बाद मोदी केन्या का भी दौरा करेंगे।
–आईएएनएस
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