गोरखपुर, 22 जुलाई | प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को उत्तर प्रदेश के गोरखपुर में एक अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) तथा एक खाद फैक्ट्री की आधारशिला रखी और कहा कि इससे पूर्वी उत्तर प्रदेश के विकास को प्रोत्साहन मिलेगा। आधारशिला समारोह के बाद प्रधानमंत्री ने लोगों के एक व्यापक समूह को भोजपुरी भाषा में संबोधित किया, जिसका लोगों ने तालियों की गड़गड़ाहट के साथ स्वागत किया। साल 2014 में हुई चुनावी जनसभा को याद करते हुए मोदी ने कहा कि शुक्रवार की रैली ने उस रैली का रिकॉर्ड तोड़ दिया।
उन्होंने नई परियोजना का श्रेय भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) सांसद योगी आदित्यनाथ को दिया और कहा कि वह योगी का आदर करते हैं, क्योंकि वे इस इलाके के विकास के लिए लड़ते हैं और कड़ी मेहनत करते हैं।
इस दौरान, प्रधानमंत्री ने गरीबों व किसानों के लिए सरकार द्वारा शुरू की गई योजनाओं, विकास योजनाओं व नीतियों की चर्चा की।
उन्होंने समूह को जानकारी देते हुए कहा कि विभिन्न नवाचारों का नतीजा है कि अब यूरिया किसानों के लिए आसानी से उपलब्ध है और खाद की कालाबाजारी बीते जमाने की बात हो चली है।
इससे पहले, मोदी शहर के गोरक्षनाथ मंदिर गए और पूजा-अर्चना की। वहां सीमित संख्या में मौजूद लोगों के एक समूह को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि उनकी सरकार ने विकास की विभिन्न प्रक्रियाओं की शुरुआत की है, जिससे सबकी समृद्धि सुनिश्चित होगी।
उन्होंने महंत अवैद्यनाथ का स्मरण किया और कहा कि वह उस सिद्ध पुरुष को तब से जानते हैं, जब वे राजनीति में नहीं आए थे और उन्होंने दिवंगत संत से क्षमा भावना सीखी थी।
अपने उद्घाटन भाषण में योगी आदित्यनाथ ने कहा कि वह पूर्वाचल के सात करोड़ लोगों की तरफ से कृतज्ञ हैं कि केंद्र सरकार ने गोरखपुर में एक एम्स तथा एक खाद फैक्ट्री लगाने का फैसला किया है। उन्होंने कहा, “छह प्रधानमंत्री आए और गए, लेकिन खाद फैक्ट्री सन् 1990 से ही बंद पड़ी है और इसे खोलने का काम मोदी ने किया है।”
वहीं, केंद्रीय ऊर्जा मंत्री पीयूष गोयल ने जनसभा को बताया कि बीते दो वर्षो में 1,364 गांवों में बिजली पहुंचाई गई। –आईएएनएस
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