नई दिल्ली, 26 सितंबर | प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को पौधों की सात नई प्रजातियां राष्ट्र को समर्पित की। वैज्ञानिक एवं औद्योगिक अनुसंधान परिषद (सीएसआईआर) की 75वीं वर्षगांठ पर वह किसानों से भी मुखातिब हुए। मोदी ने विज्ञान भवन में आयोजित समारोह में कहा, “कोई भी देश विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी के इस्तेमाल के बिना तरक्की नहीं कर सकता।”
उन्होंने कहा, “देश में पिछले 75 वर्षो में सीएसआईआर के योगदान से हमारी उम्मीदें बढ़ी हैं। लोग सिर्फ उन्हीं से उम्मीदें करते हैं, जो कुछ कर सकते हैं।”
मोदी ने उद्योग और आम लोगों के लिए विज्ञान एवं अनुसंधान के बीच अंतर कम करने पर जोर दिया।
उन्होंने कहा, “हम कभी-कभी अविष्कार करते हैं, लेकिन आम आदमी इन अविष्कारों से दूर रहता है।”
मोदी ने वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए किसानों को संबोधित करते हुए उन्हें बेहतर मार्केटिंग के लिए उत्पादों का ब्रांड बनाने के लिए प्रोत्साहित किया।
मोदी ने तमिलनाडु के कुड्डालोर में किसानों को संबोधित करते हुए कहा, “अपने उत्पाद को एक नाम दें। इससे उन्हें पहचान मिलेगी और उनकी बाजार संभावनाएं बढ़ेंगी।”
उन्होंने जोरहट में बनस्पति विज्ञान के छात्र रहे एक अन्य किसान से कहा, “मैं खुश हूं कि आपने कृषि की ओर लौटने का फैसला किया, जबकि कई लोग ऐसा नहीं करते। हमें इस उत्साह की जरूरत है।”
मोदी ने हैदराबाद, तमिलनाडु के कुड्डलोर, जम्मू और हिमाचल प्रदेश के पालमपुर के किसानों से भी बातचीत की।
मोदी ने पौधों की जो प्रजातियां राष्ट्र को समर्पित की, उनमें लेमन ग्रास, सिट्रेनेला, वेटीवर और कैना लीली शामिल हैं। –आईएएनएस
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