नई दिल्ली, 13 जनवरी। पिछले महीने से चल रही चर्चा के बीच अब पार्टी के संगठनात्मक चुनाव के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मंत्रिमंडल में बदलाव की संभावना जताई जा रही है। कयास लगाये जा रहे हैं कि बिहार विधानसभा चुनाव में खराब प्रदर्शन का खामियाजा राज्य के मंत्रियों को भुगतना पड सकता है। उत्तराखंड, पंजाब और उत्तर प्रदेश से नए चेहरों को भी मौका मिलने की संभावना है।
प्रधानमंत्री मोदी के मंत्रिमंडल में बदलाव की चर्चा गत वर्ष दिसंबर में ही चल रही थी। बिहार चुनाव में मिली करारी हार के बाद ही प्रधानमंत्री अपने कैबिनेट में बदलाव करना चाहते हैं, लेकिन उस समय योग्य व्यक्ति के अभाव में इसे जनवरी माह तक के लिए टाल दिया था। मंत्रिमंडल में फेरबदल की यह कवायद अब भाजपा के संगठनात्मक चुनाव के बाद अमल में आएगी।
भाजपा के वर्तमान अध्यक्ष अमित शाह के फिर अध्यक्ष बनने तक के लिए पार्टी और सरकार में तमाम बदलाव रुके हुए हैं। अमित शाह का कार्यकाल 23 जनवरी को समाप्त हो रहा है। भाजपा अध्यक्ष के चुनाव की प्रक्रिया मकर संक्राति के बाद शुरू हो जाएगी। हालांकि शाह के फिर से अध्यक्ष चुने जाने की उम्मीद है। मंत्रिमंडल में फेरबदल अमित शाह द्वारा फिर से नई टीम की घोषणा के बाद शुरू होगा।
बताया जा रहा है कि बिहार चुनाव में मिली हार को देखते हुए प्रधानमंत्री मोदी बिहार से मंत्रियों की संख्या घटा सकते हैं। इसके अलावा कुछ मंत्रियों के विभागों में फेरबदल किया जा सकता है। हालांकि गृह, वित्त, रक्षा और विदेश मंत्रालयों में बदलाव की संभावना नहीं है। उत्तराखंड, पंजाब और उत्तर प्रदेश से नए चेहरों को भी मौका मिलने की संभावना जताई जा रही है।,(हि.स.)।
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