टोक्यो ओलंपिक : भारतीय तैराकी महासंघ (एसएफआई) ने बैकस्ट्रोक स्पेशलिस्ट श्रीहरि नटराज (Srihari Nataraj) और मन्ना पटेल (Maana Patel) को अगले महीने टोक्यो ओलंपिक के लिए यूनिवर्सेलिटी कोटे के तहत भारत के प्रतिनिधि के रूप में नामित किया है।
टोक्यो खेलों के लिए ओलंपिक क्वालिफिकेशन के नियम अंतरराष्ट्रीय तैराकी निकाय (FINA) द्वारा निर्धारित किए जाते हैं। यह तय करती है कि एक तैराक दो तरह से ओलंपिक के लिए क्वालीफाई कर सकता है।
ओलंपिक क्वालीफाइंग टाइम (OQT) या क्वालिफाइंग टाइम के भीतर FINA द्वारा अप्रूव्ड प्रतियोगिता में ‘A’ कट प्राप्त करने वाले किसी भी तैराक को उस संबंधित इवेंट के लिए खेलों में सीधे प्रवेश मिलता है।
‘यूनिवर्सेलिटी’ कोटा एक देश को अपने एथलीटों को ओलंपिक में भेजने की सुविधा देता है, बशर्ते कि स्लॉट उपलब्ध हों और उनका कोई भी तैराक क्वालीफाई करने के योग्य कोई ना हो।
लेखक : लक्ष्य शर्मा फोटो क्रेडिट : Swimming Federation of India
‘यूनिवर्सेलिटी’ कोटा ‘ के तहत नामांकित एथलीट तभी पात्र होते हैं जब उन्होंने बी कट टाइम हासिल कर लिया हो। हालाँकि कोरोना के कारण इस नियम में छूट दी गई है।
श्रीहरि नटराज ने बी कट हासिल किया है जबकि मन्ना पटेल ने नहीं किया है। इसके बावजूद वह टोक्यो 2020 में 100 मीटर बैकस्ट्रोक स्पर्धाओं में भाग लेंगे।
20 जून को यूनिवर्सेलिटी नामांकन भेजने की अंतिम तिथि के साथ, SFI ने दोनों स्विमर्स (महिला और पुरुष) में टॉप रैंकिंग वाले भारतीय तैराक के साथ जाने का फैसला किया।
श्रीहरि नटराज और मन्ना पटेल ने हाल ही में समाप्त हुई बेलग्रेड ट्रॉफी 2021 में शानदार प्रदर्शन के साथ 100 मीटर बैकस्ट्रोक में क्रमशः 863 अंक और 735 अंक अर्जित किए।
ओलंपिक क्वालिफिकेशन विंडो 27 जून तक खुली है, लेकिन इस बात पर भी ध्यान देना होगा कि यदि एक भारतीय तैराक को इस समय सीमा के भीतर ‘ए’ कट हासिल कर लेता है तो यूनिवर्सेलिटी कोटा के तहत जगह बनाने वाले तैराक का नाम कैंसिल हो जाएगा।
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