नई दिल्ली, 6 सितम्बर | ओलम्पिक खेलों में कुश्ती का देखरेख करने वाली सर्वोच्च वैश्विक संस्था यूनाइटेड वर्ल्ड रेसलिंग (यूडब्ल्यूडब्ल्यू) ने मंगलवार को उन अटकलों को खारिज कर दिया, जिसमें भारतीय पहलवान योगेश्वर दत्त के रजत पदक के स्वर्ण पदक में तब्दील होने की बात की जा रही थी। यूडब्ल्यूडब्ल्यू ने मंगलवार को कहा कि लंदन ओलम्पिक-2012 में फ्रीस्टाइल स्पर्धा के 60 किलोग्राम भारवर्ग के विजेता अजरबेजान के तोगरुल अस्गारोव को डोपिंग का दोषी नहीं पाया और इसके साथ ही योगेश्वर के रजत पदक के स्वर्ण में तब्दील होने की संभावनाएं खत्म हो गईं।
यूडब्ल्यूडब्ल्यू ने मंगलवार को ट्वीट किया, “मीडिया में आई खबरों से इतर लंदन ओलम्पिक में स्वर्ण पदक विजेता अस्गारोव कभी भी यूडब्ल्यूडब्ल्यू की डोपिंग रोधी नीतियों के विरुद्ध नहीं पाए गए।”
उल्लेखनीय है कि योगेश्वर ने लंदन ओलम्पिक में वास्तव में कांस्य पदक हासिल किया था, लेकिन उन्हें शुरुआती दौर में हराने के बाद रजत पदक जीतने वाले रूस के पहलवान बेसिक कुदुखोव को डोपिंग का दोषी पाए जाने के बाद योगेश्वर का कांस्य पदक रजत में तब्दील कर दिया गया।
2013 में एक कार दुर्घटना में मारे गए कुदुखोव के लंदन ओलम्पिक के दौरान लिए गए नमूनों की रूस में सरकार प्रायोजित व्यापक डोपिंग कार्यक्रम का खुलासा होने के बाद दोबारा डोप टेस्ट किया गया, जिसमें वह डोपिंग के दोषी पाए गए।
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