चेन्नई, 6 जून | देश के करीब 60 हजार लोग चाहते हैं कि भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) के गवर्नर रघुराम राजन को दूसरी पारी के लिए सेवा विस्तार की पेशकश की जाए। यह जानकारी एक ऑनलाइन पिटीशन प्लेटफार्म चेंज डॉट ओआरजी से मिली। आरबीआई के इतिहास में ऐसा संभवत: पहली बार हुआ है कि एक गवर्नर को सेवा विस्तार दिया जाए या नहीं इस पर सार्वजनिक याचिका दाखिल की जा रही है।
राजन का कार्यकाल सितंबर में समाप्त हो रहा है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नाम राजेश पलारिया की याचिका को अब तक 58,262 समर्थन मिल चुके हैं।
पलारिया ने अपनी याचिका में लिखा है, “पिछले कुछ समय से मैं यह देख रहा हूं कि किस प्रकार से सुब्रमण्यम स्वामी खुलकर उन (राजन) पर हमले कर रहे हैं। मैं सभी देशवासियों से इस याचिका पर हस्ताक्षर करने और मोदी से रघुराम राजन को आरबीआई गवर्नर के रूप में दूसरी पारी का मौका दिए जाने की मांग करने का अनुरोध करता हूं।”
वहीं, गीता सुब्रमण्यम ने अपनी याचिका में लिखा है कि राजन ही हैं, जिन्होंने बैंकों के बुरे ऋण की तरफ इशारा किया। उनकी याचिका को 18 समर्थन मिले हैं।
दीपक वेंकटेश्वरन की याचिका को 55 समर्थन मिले हैं, जिन्होंने कहा है कि राजन अपने चिंतन और ज्ञान के साथ कई प्रकार से अपने समय से आगे हैं।
राजन को दूसरी पारी दिए जाने के विरोध में भी कुछ याचिका हैं, लेकिन उन्हें मामूली समर्थन ही मिले हैं।
अजय पॉल जग्गा ने अपनी याचिका में लिखा है कि चूंकि राजन के पास अमेरिका का ग्रीन कार्ड है, इसलिए उन्हें दूसरी पारी नहीं दी जानी चाहिए। उनकी याचिका को हालांकि 22 समर्थन ही मिले हैं।
राजन के विरोध में 16 समर्थन पाने वाले लोकेश रस्तोगी की याचिका में कहा गया है कि यदि राजन सरकार के साथ कदम मिलाकर काम नहीं कर सकते, तो अर्थव्यवस्था का कैसे विकास होगा। –आईएएनएस
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