रांची, 20 फरवरी। झारखण्ड के मुख्यमंत्री रघुवर दास ने कहा कि आई.टी. के माध्यम से ही भ्रष्टाचार पर लगाम लगाया जा सकता है। सरकार पारदर्शी तरीके से लोगों तक सभी सेवाएं पहुंचाने का काम कर रही है। बच्चों के जन्म के साथ ही उन्हें आधार नंबर मिल जाए, इस हेतु आज 800 पर्यवेक्षिकाओं और सी.डी.पी.ओ. को टैब दिया जा रहा है। इससे न सिर्फ रियल टाइम डेटा उपलब्ध हो सकेगा बल्कि विकास योजनाएं बनाने में भी सरकार को मदद मिलेगी।
वे आज आर्यभट्ट सभागार में आयोजित ‘दैनिक अनुश्रवण योजना‘ के शुभारंभ व आधार पंजीयन हेतु टैब वितरण समारोह को संबोधित कर रहे थे।
मुख्यमंत्री दास ने कहा कि राज्य सरकार ने कुपोषण से मुक्ति के लिए 10,900 ‘पोषण सखी’ की नियुक्ति का फैसला लिया है। इसमें आधी की नियुक्ति की जा चुकी है। जल्द ही बाकी की नियुक्ति भी की जायेगी।
उन्होंने कहा कि नारी में शक्ति है, हमें बस उसे इम्पावर करने की जरूरत है। उन्हें जागरूक करने की आवश्यकता है। हमारे देश में प्राचीन समय से ही नारी को शक्ति के रूप में देखा जाता रहा है। नारी सृष्टि की जनक है। किसी भी परिवार, समाज और राष्ट्र की प्रगति की नींव नारी ही रखती है। इस महत्व को समझते हुए ही राज्य सरकार ने नारी को बढ़ावा देने की दिशा में ठोस कदम उठाये हैं। वित्तीय वर्ष 2016-17 के बजट में 43 प्रतिशत से ज्यादा हिस्सा नारी व उनसे जुड़ी चीजों पर खर्च करने का प्रावधान किया गया है।
दास ने कहा कि झारखंड की महिलाएं काफी परिश्रमी हैं। वे कठिन परिस्थिति में रहने के बावजूद बच्चे और परिवार दोनों को पालन करती हैं। गरीब परिवार से होने के कारण मैं भी जानता हूं कि किस तरह से मेरी मां ने मुझे पाला है। बड़े-बड़े महापुरुष भी नारी शक्ति के कारण ही शिखर तक पहुंचे हैं।
आंगनबाड़ी केंद्र की जरूरत पर बल देते हुए दास ने कहा कि बच्चे के भविष्य की नींव यहां से डाली जा सकती है। यहां काम करने वाली महिलाएं न केवल एक परिवार बल्कि समाज और राष्ट्र के लिए भी अगली पीढ़ी को तैयार कर रही हैं।
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