लखनऊ, 02 जून (जनसमा)। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने कहा है कि विभिन्न देशों में कार्यरत भारत के राजदूतों एवं उच्चायुक्तों द्वारा उत्तर प्रदेश को नजदीक से जानने के लिए तीन दिवसीय यात्रा से उनके तैनाती देशों एवं प्रदेश को आर्थिक रूप से लाभ होगा।
फोटो : अखिलेश यादव 02 जून, 2016 को अपने सरकारी आवास पर विभिन्न देशों में कार्यरत भारत के राजदूतों एवं उच्चायुक्तों के साथ।
अखिलेश यादव इस पहल का स्वागत करते हुए अधिकारियों से उत्तर प्रदेश को एक ब्राण्ड के रूप में लोकप्रिय बनाने एवं अधिक से अधिक निवेश आकर्षित करने में सहयोग प्रदान करने का आह्वान किया। उन्होंने कहा कि यहां के विकास कार्यों एवं पर्यटन स्थलों का व्यापक प्रचार-प्रसार किया जाना चाहिए।
मुख्यमंत्री आज यहां अपने सरकारी आवास पर 09 देशों में कार्यरत भारत के राजदूतों एवं उच्चायुक्तों से मुलाकात कर रहे थे। उन्होंने कहा कि राज्य से हस्तशिल्प, एग्रो-उत्पाद, चमड़े का सामान, आभूषण आदि के निर्यात के साथ-साथ मेडिकल, धार्मिक, ऐतिहासिक एवं ईको-टूरिज्म की अपार सम्भावना का दोहन करने में अधिकारियों के स्तर से सहयोग प्रदान किया जाना चाहिए है। इससे राज्य में रोजगार के नए अवसर पैदा होंगे, जिससे पूरे देश को लाभ होगा।
अखिलेश यादव ने कहा कि आबादी के लिहाज से देश का सबसे बड़ा प्रान्त होने के कारण उत्तर प्रदेश एक बड़ा बाजार भी है। वर्तमान राज्य सरकार ने प्रदेश की जरूरत को समझते हुए सेक्टर वार निवेश फ्रेण्डली नीतियां बनाकर उन्हें लागू करने का काम किया है। पूंजीगत निवेश को बढ़ावा देते हुए बड़े पैमाने पर विश्वस्तरीय बुनियादी सुविधाओं का विकास किया जा रहा है।
उन्होंने देश में सबसे तेजी से बन रहे आगरा-लखनऊ एक्सप्रेस-वे की चर्चा करते हुए कहा कि इस एक्सप्रेस-वे का काम पूरा हो जाने के बाद प्रदेश की राजधानी लखनऊ, देश की राजधानी दिल्ली से सीधे जुड़ जाएगी। उन्होंने कहा कि देश का अब तक का सबसे लम्बा एक्सप्रेस-वे बनाकर राज्य सरकार ने एक उदाहरण पेश किया है।
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