राजधानी दिल्ली के कई इलाके यमुना के पानी में डूबे। वाटर ट्रीटमेंट प्लांट बंद होने से पानी की सप्लाई 25 फीसदी तक प्रभावित होगी इसलिए दिल्ली में पानी की राशनिंग की जाएगी।
नई दिल्ली, 13 जुलाई। राष्ट्रीय राजधानी में यमुना नदी लगातार खतरे के निशान से ऊपर बह रही है। गुरुवार सुबह जलस्तर 208.48 मीटर तक पहुंच गया और राजधानी के कई इलाके पानी में डूब गए।
उफनती यमुना के पानी से राष्ट्रीय राजधानी की प्रमुख सड़कें विशाल झीलों जैसी दिख रही हैं। दिल्ली सचिवालय में मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल, उनके मंत्रिमंडल और अन्य वरिष्ठ नौकरशाहों के कार्यालयों में पानी भर गया।
बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में दिल्ली के आईएसबीटी रोड पर चंदगीराम अखाड़ा, निगम बोध घाट रोड, इंदिरा गांधी स्टेडियम रोड, आईटीओ के पास रिंग रोड, जीटी करनाल रोड, पुराना यमुना पुल – ‘लोहा पुल, कश्मीरी गेट के पास निचले इलाके शामिल हैं।
राष्ट्रीय राजधानी में जीटी करनाल रोड पर यातायात बाधित हो गया क्योंकि यमुना का पानी चेतावनी के निशान को पार कर गया, जबकि दिल्ली में निगम बोध घाट के पास के इलाके में बाढ़ आ गई।
आईपी फ्लाईओवर और चंदगी राम अखाड़े के बीच महात्मा गांधी मार्ग, कालीघाट मंदिर और दिल्ली सचिवालय के बीच महात्मा गांधी मार्ग और वजीराबाद ब्रिज और चंदगी राम अखाड़े के बीच बाहरी रिंग रोड पर यातायात की आवाजाही बाधित हो गई है।
दिल्ली ट्रैफिक पुलिस ने भी यात्रियों के लिए एडवाइजरी जारी की है और कुछ सड़कों पर ट्रैफिक को डायवर्ट कर दिया गया है।
लोक निर्माण विभाग के अधिकारियों ने कहा कि वे स्थिति पर यातायात पुलिस और अन्य एजेंसियों के साथ समन्वय कर रहे हैं।
मुख्यमंत्री अरविन्द केजरीवाल ने एक ट्वीट में कहा है कि यमुना में बढ़ते जलस्तर #YamunaWaterLevel से उत्पन्न स्थिति पर चर्चा के लिए आज डीडीएमए की बैठक हुई।
दिल्ली में सभी स्कूल, कॉलेज और यूनिवर्सिटी रविवार तक बंद रखे जा रहे हैं।
उन्होंने कहा “सभी गैर जरूरी सरकारी दफ्तरों का काम घर से ही किया जा रहा है। निजी दफ्तरों को भी वर्क फ्रॉम होम लागू करने की एडवाइजरी जारी की जा रही है।”
“वाटर ट्रीटमेंट प्लांट बंद होने से पानी की सप्लाई 25 फीसदी तक प्रभावित होगी. इसलिए पानी की राशनिंग की जाएगी।”
केवल आवश्यक सेवाओं वाले बड़े वाहनों को ही दिल्ली में प्रवेश की अनुमति होगी।
सभी दिल्लीवासी धैर्य रखें, जल्द ही जलस्तर कम होगा और स्थिति सामान्य होगी।
यमुना नदी के पानी का असर गुरुवार को दिल्ली मेट्रो के परिचालन पर पड़ा। दिल्ली मेट्रो रेल कॉरपोरेशन (डीएमआरसी) ने बताया कि बढ़ते जल स्तर के कारण यमुना बैंक मेट्रो स्टेशन की ओर जाने वाली सड़क फिलहाल पहुंच योग्य नहीं है।
डीएमआरसी ने एक ट्वीट में कहा, “यमुना नदी के बढ़ते जल स्तर के कारण, यमुना बैंक मेट्रो स्टेशन की ओर जाने वाली सड़क वर्तमान में यात्रियों के आवागमन के लिए पूरी तरह सुरक्षित नहीं है और वैकल्पिक मार्गों पर विचार करें।
दिल्ली ट्रैफिक पुलिस ने यात्रियों के लिए एक सलाह जारी की है क्योंकि बढ़ती यमुना के पानी से राष्ट्रीय राजधानी की प्रमुख सड़कें भर गई हैं। सुबह आठ बजे तक राष्ट्रीय राजधानी में यमुना नदी खतरे के निशान से ऊपर बह रही थी और जलस्तर 208.48 मीटर तक पहुंच गया था।
यमुना के जल स्तर में वृद्धि और इसके परिणामस्वरूप निचले इलाकों में पानी भर जाने के कारण यातायात बाधित हो गया है।
यमुना नदी में पानी बढ़ने के कारण आईएसबीटी से मजनू का टीला की ओर और इसके विपरीत दोनों कैरिजवे में यातायात की आवाजाही प्रतिबंधित कर दी गई है।
दिल्ली सरकार के अनुसार, निचले इलाकों में रहने वाले कुल 16,564 लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है और 14,534 लोग शहर भर में राहत शिविरों में रह रहे हैं। कल, मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने आसन्न संकट को कम करने के लिए तत्काल उपाय करने के लिए केंद्रीय जल आयोग को एक पत्र लिखा था ।
हथिनी कुंड सिर्फ बैराज
अरविंद केजरीवाल ने कहा कि केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह को चिट्ठी लिखने के कुछ देर बाद मेरे पास केंद्रीय जल शक्ति मंत्री गजेन्द्र सिंह शेखावत का फोन आया था। उन्होंने बताया कि हथिनी कुंड सिर्फ बैराज है और उसके पीछे कोई रिजर्वायर (जलाशय) नहीं है। वहां पानी को रोकने की कोई सुविधा नहीं है। इसलिए पानी रोका नहीं जा सकता।
उन्होंने यह भी बताया कि अब हिमाचल प्रदेश से आने वाला पानी कम होने लगा है और आने वाले एक-दो दिन में स्थिति में सुधार आ जाएगा। मगर मंगलवार को काफी पानी छोड़ा गया था। उस पानी को दिल्ली पहुंचने में अभी 24 घंटे लगेंगे। ऐसे में हमें यमुना के जल स्तर की 207.71 मीटर से और बढ़ने की उम्मीद है। हिमाचल प्रदेश से कम पानी आने वाली स्थिति का असर दिल्ली में होने में अभी समय लग सकता है।
सीएम अरविंद केजरीवाल ने बतया कि अब हमारी कोशिश है कि हम किस तरह से लोगों की जान-माल की रक्षा कर सकते हैं। मेरी दिल्ली के सभी लोगों से हाथ जोड़कर विनती है कि जितने भी लोग यमुना के निचले क्षेत्र में रहते हैं, वो अपने घर को खाली कर दें और इंतजार न करें। क्योंकि अचानक पानी आने से जान को खतरा हो सकता है और सामान को नुकसान पहुंच सकता है।
इन इलाकों में पहुंचा चुका है पानी
सीएम अरविंद केजरीवाल ने बताया कि दिल्ली के ऐसे क्षेत्र जो पहले से ही प्रभावित हैं और वहां पानी पहुंच चुका है। इसमें बोट क्लब, मोनेस्ट्री मार्केट, पुराने रेलवे ब्रिज के पास नीली छत्री मंदिर, यमुना बाजार, गीता घाट, नीम करोली गौशाला, विश्वकर्मा और खड्डा कॉलोनी, गढ़ी मांडू, मजनू का टीला से वजीराबाद तक का क्षेत्र शामिल है।
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