नई दिल्ली, 27 अप्रैल (जनसमा)। केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने कहा है कि राजमार्गों के आसपास हरियाली बढ़ाने से ग्रामीण अर्थव्यवस्था को काफी फायदा होगा तथा इसे ‘नरेगा’ के साथ जोड़ने की भी अच्छी संभावना है।
बुधवार को नितिन गडकरी ने नई दिल्ली में ‘राष्ट्रीय राजमार्गों के आसपास प्रतिरोपण’ पर एक कार्यशाला का उद्घाटन किया। उन्होंने कहा, ‘सड़कों को हरित राजमार्ग के अवसरों के रूप में देखा जाना चाहिए। पर्यावरण एवं सौन्दर्य पहलुओं के अलावा इनमें रोजगार सृजन की भी व्यापक संभावना है। अत: इससे ग्रामीण अर्थव्यवस्था को काफी फायदा होगा। यहां तक कि इसे नरेगा योजना से भी जोड़ा जा सकता है।’
उन्होंने कहा, ‘अगर जरूरत पड़ी तो हम चयनित एजेंसी को तकनीकी एवं वित्तीय सहायता भी उपलब्ध कराएंगे। प्रोत्साहन के रूप में हर साल प्रत्येक राज्य के तीन विजेताओं को उल्लेखनीय कार्य के लिए पुरस्कृत किया जाएगा।’ उन्होंने कहा कि उपग्रह संबंधी प्रौद्योगिकी के जरिये परियोजनाओं पर नजर रखी जाएगी और परियोजनाओं के सफल होने के बाद ही भुगतान किया जाएगा।
गडकरी ने अनुसंधान संगठनों जैसे कि टेरी से पौधरोपण तकनीकों पर अपनी जानकारियों को साझा करने का आग्रह किया। उन्होंने यह भी सुझाव दिया कि एनएचएआई राजमार्गों के आसपास स्थित क्षेत्रों में खुदाई करके विभिन्न सामग्री जैसे कि रेत एवं मिट्टी का इस्तेमाल कर सकती है।
राजमार्गों के आसपास हरियाली को बढ़ावा देने से होने वाले पर्यावरण संबंधी फायदों का उल्लेख करते हुए नितिन गडकरी ने परियोजना में इस्तेमाल की जाने वाली मशीनों में जैव ईंधनों और प्रतिरोपण किये जाने वाले पौधों में जैव उर्वरकों का इस्तेमाल करने का आग्रह किया।
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