लखनऊ, 04 (जनसमा)। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने तेज गति के कारण राजमार्गों पर होने वाली दुर्घटनाओं को रोकने के लिए हर सम्भव कदम उठाने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा कि एक्सप्रेस-वे पर वाहनों की गति सीमा निर्धारित की जाए, जिससे अक्टूबर में शुरू होने वाले आगरा-लखनऊ एक्सप्रेस-वे पर दुर्घटनाओं की सम्भावना को कम किया जा सके। निर्धारित सीमा से अधिक गति वाली गाडि़यों पर भारी जुर्माना करने की व्यवस्था की जाए। इसके लिए आधुनिक तकनीक की मदद ली जाए।
अखिलेश ने कहा कि आगरा-लखनऊ एक्सप्रेस-वे देश का पहला लिकर शॉप रहित एक्सप्रेस-वे होगा। मुख्यमंत्री शुक्रवार को यहां शास्त्री भवन में उत्तर प्रदेश राज्य सड़क सुरक्षा परिषद की बैठक की अध्यक्षता कर रहे थे। इस मौके पर उन्होंने रोड सेफ्टी वेबसाइट डब्लूडब्लूडब्लू डॉट यूपी रोड सेफ्टी सेल डॉट ओआरजी का लोकार्पण किया। यह वेबसाइट रोड सेफ्टी से सम्बन्धित सभी महत्वपूर्ण विभागों में आपसी समन्वय हेतु एक प्लेटफॉर्म के रूप में कार्य करेगी।
वेबसाइट के माध्यम से सड़क सुरक्षा के सन्दर्भ में जनसामान्य, स्वयंसेवी संगठनों तथा सड़क दुर्घटना में प्रभावित व्यक्तियों व उनके सम्बन्धियों से सुझाव प्राप्त करने की व्यवस्था बनाई गयी है।
इस अवसर पर अखिलेश यादव ने कहा कि कई बार अधिक गति के कारण होने वाली दुर्घटनाओं से पूरा परिवार समाप्त हो जाता है, जो अत्यन्त दुःखद है। उन्होंने कहा कि लोगों को अधिक से अधिक सड़क सुरक्षा की जानकारी दी जानी चाहिए, क्योंकि सड़क दुर्घटना में होने वाली मौतों की संख्या लगातार बढ़ रही है। सभी विभागों को इस मामले में जिम्मेदारी एवं संवेदनशीलता से काम करने का आह्वान करते हुए उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश को रोड सेफ्टी के मामले में उदाहरण प्रस्तुत करना चाहिए।
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