जयपुर, 02 जून (जनसमा)। राजस्थान के सहकारिता मंत्री अजय सिंह किलक ने बताया है कि मई माह के अंत तक ही राजस्थान में करीब 7 लाख 25 हजार काश्तकारों को 2 हजार 850 करोड़ रुपए से अधिक के ब्याजमुक्त फसली सहकारी ऋण उपलब्ध कराए जा चुके हैं। उन्होंने बताया कि फसली सहकारी ऋण वितरण में तेजी लाने के साथ ही सहकारी क्षेत्र की उर्वरक उत्पादक संस्था इफको ने डीएपी की दरों में प्रति बैग 50 रुपए की कमी कर सहकारी समिति के सदस्य काश्तकारों को बड़ी राहत दी है।
किलक गुरूवार को यहां प्रमुख शासन सचिव सहकारिता डॉ. ललित मेहरा और रजिस्ट्रार डॉ. रेखा गुप्ता के साथ खरीफ के लिए ऋण वितरण प्रगति की समीक्षा कर रहे थे। उन्होंने बताया कि किसानों के हित में बड़ा फैसला करते हुए फसली सहकारी ऋण लेने वाले सभी काश्तकारों को दुर्घटना बीमा से जोड़ते हुए ऋणी सदस्यों से प्रीमियम की आधी राशि केवल 27 रुपए ही लिए जाएंगे। प्रीमियम की शेष आधी राशि सहकारी बैंकों द्वारा वहन की जाएगी। इस वर्ष से बीमा लाभ भी 3 लाख रु. से बढ़ाकर 5 लाख रुपए कर दिया गया है। देश के सहकारी क्षेत्र में ऋणी सदस्यों को दुर्घटना से अनहोनी की स्थिति में दी जाने वाली यह सर्वाधिक राशि है। उन्होंने बताया कि इफको डीएपी की दरों में 50 रुपए प्रति बैग कमी करने से काश्तकारों को 80 करोड़ रुपए कम देने पड़ेंगे और इसका लाभ सीधे काश्तकारों को मिलेगा।
सहकारिता मंत्री ने बताया कि इस वर्ष खरीफ में काश्तकारों को 8 हजार 500 करोड़ रुपए के फसली सहकारी ऋण वितरण का लक्ष्य रखा गया है। सभी 29 केन्द्रीय सहकारी बैंकों को खरीफ के लिए फसली ऋण वितरण के लक्ष्य जारी कर ग्राम सेवा सहकारी समितियों के सदस्य काश्तकारों को फसली सहकारी ऋण वितरण आरंभ कर दिया गया है। खरीफ के लिए फसली सहकारी ऋण का वितरण अगस्त माह तक होता है। लेकिन अच्छे मानसून व फसली चक्र शीघ्र शुरु होने की संभावना को देखते हुए सभी बैंकों को खरीफ के लिए निर्धारित ऋण वितरण लक्ष्यों को जून माह तक ही पूरा करने के निर्देश दिए गए हैं।
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