जयपुर, 16 सितम्बर (जस)। राजस्थान की मुख्यमंत्री वसुन्धरा राजे ने राज्य के सभी ड्राइविंग स्कूलों और ड्राइविंग ट्रेक का ऑटोमेशन और एकीकरण कर सार्वजनिक-निजी सहभागिता (पीपीपी) से संचालित करने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने जयपुर सहित राज्य के सभी संभागीय मुख्यालयों पर सार्वजनिक यातायात व्यवस्था की समीक्षा कर इसे आमजन के लिए सुविधाजनक बनाने के लिए भी कहा है।
राजे ने शुक्रवार को मुख्यमंत्री निवास पर परिवहन विभाग की समीक्षा बैठक की अध्यक्षता करते हुए कहा कि क्षेत्रीय परिवहन कार्यालयों में कम्प्युटरीकृत व्यवस्था होने से आमजन को दलालों से मुक्ति मिल सकेगी। इसलिए सभी परिवहन कार्यालयों में ड्राइविंग लाईसेंस और वाहन पंजीकरण के कार्यों का जल्द से जल्द ऑटोमेशन किया जाना चाहिए। साथ ही, इन कार्यालयों का ड्राइविंग स्कूलों से जोड़कर पंजाब मॉडल की तरह पीपीपी मोड पर संचालित किया जाना चाहिए।
मुख्यमंत्री ने राजस्थान राज्य बस पोर्ट अथॉरिटी के तहत जयपुर, अजमेर और उदयपुर के बस टर्मिनल की विकास परियोजनाओं पर अतिशीघ्र काम शुरू करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि इन बस अड्डों पर यात्रियों के लिए ठहरने और विश्राम के लिए सिनेमाघर सहित एयरपोर्ट जैसी सुविधाएं विकसित की जानी चाहिए। उन्होंने जयपुर में सिंधी कैम्प और हीरापुरा मेें प्रस्तावित बस टर्मिनल के लिए एक तथा अजमेर और उदयपुर के लिए अलग-अलग निविदाएं आमंत्रित कर तयशुदा कार्यक्रम के तहत टर्मिनल विकसित करने के निर्देश दिए।
बैठक में परिवहन मंत्री युनूस खान, जयपुर के मेयर निर्मल नाहटा, अतिरिक्त मुख्य सचिव सार्वजनिक निर्माण डीबी गुप्ता, प्रमुख शासन सचिव वित्त पीएस मेहरा, प्रमुख शासन सचिव परिवहन शैलेन्द्र अग्रवाल, राजस्थान रोडवेज के प्रबंध निदेशक राजेश यादव, जयपुर सिटी ट्रांसपोर्ट सर्विसेज लिमिटेड के प्रबन्ध निदेशक नरेश शर्मा सहित अन्य अधिकारी उपस्थित थे।
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