जयपुर, 8 मार्च। राजस्थान के कृषि मंत्री प्रभुलाल सैनी ने राजस्थान के बजट को खेती और किसानों को समर्पित बजट बताया है। उन्होंने कहा कि बजट में किसानों का खास ख्याल रखा गया है। बजट भाषण में किसानों के दर्द को समझकर कर उन्हें भरपूर सहायता और प्रोत्साहन देने का काम किया गया है।
उन्होंने कहा कि नवीन प्रधानमंत्राी फसल बीमा योजना में 676 करोड़ 37 लाख रुपये दिया जाना राज्य के किसानों के लिए बड़ी सौगात है। राज्य के किसानों को अन्तर्राष्ट्रीय और राष्ट्रीय स्तर की तकनीक और ज्ञान का लाभ मिले, इसके लिए राज्य सरकार द्वारा नवम्बर, 2016 में ग्लोबल एग्रो टेक करवाने की घोषणा स्वागत योग्य कदम है।
उन्होंने बताया कि मृदा का स्वास्थ्य दिनों दिन गिरता जा रहा है, जांच में पाया गया है कि राज्य के अधिकांश जिलों की मिट्टी में जिंक, आयरन, बोरोन और मैग्नीशियम जैसे सूक्ष्म पोषक तत्वों की कमी होती जा रही है, जिसका असर उत्पादन, उत्पादकता और फसलों के पोषक तत्वों पर पड़ रहा है। उन्होंने बताया कि सूक्ष्म पोषक तत्वों के किट किसानों को उपलब्ध करवाने की योजना राज्य के किसानों और नागरिकों के लिए फायदेमंद साबित होगी।
कृषि मंत्री ने कहा कि ड्रिप और मिनी स्प्रिंकलर संयत्रा पर अनुदान राशि बढ़ाने से पानी का बेहतर उपयोग होगा और उत्पादन प्रदेश में 11 जिलों के एक-एक विकास खण्ड को जैविक खेती में बदलने के लिए विशेष कार्य योजना बनाने का निर्णय स्वागत योग्य है। एक हजार नए पशु चिकित्सा उपकेन्द्र खोलने से राज्य के पशुपालकों को अपने नजदीकी स्थान पर पशुचिकित्सा मिल जाएगी। पशुपालकों को पशु बीमा योजना का लाभ मिले, इसके लिए भामाशाह पशु बीमा योजना का प्रारंभ राज्य के पशुपालकों के लिए एक बड़ी सौगात है। राज्य में कृषि प्रसंस्करण उद्योगों को बढ़ावा देने के लिए भी कई घोषणाएं की गई हैं, जो इस क्षेत्रा में निवेश बढ़ाने का काम करेंगी।
उन्होंने कहा कि इस बजट को देखकर लगता है कि मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे द्वारा किसानों को सर्वोच्च प्राथमिकता पर रखा गया है। किसानों की वास्तविक और धरातलीय समस्याओं को ध्यान में रखते हुए, उनके अनुरूप बजट बनाया गया है।
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