जयपुर, 3 जून (जनसमा)। राजस्थान में रेजीडेन्ट डॉक्टर्स की हड़ताल के संबंध में रेजीडेन्ट्स से बातचीत कर समस्या का समाधान करने के लिए एसएमएस मेडिकल कॉलेज के प्रिंसिपल डॉ. यू.एस.अग्रवाल की अध्यक्षता में 7 सदस्यीय समिति का गठन किया गया है। हड़ताल के दौरान मेडिकल कॉलेज से सम्बद्ध चिकित्सालयों में मरीजों को आउटडोर व इंडोर सहित सभी आवश्यक चिकित्सा सुविधाएं सुलभ कराने के भी निर्देश दिये गये हैं।
राजस्थान के चिकित्सा एवं स्वास्थ्य मंत्री राजेन्द्र राठौड़ की अध्यक्षता में शुक्रवार को अपराह्न स्वास्थ्य भवन में आयोजित बैठक में यह जानकारी दी गयी। बातचीत करने के लिए गठित कमेटी में आरयूएचएस प्रिसिंपल डॉ. राजेश शर्मा, मेडिकल टीचर्स एसोसियेशन के डॉ. धनंजय अग्रवाल, डॉ. एसएस यादव, डॉ. राकेश हीरावत एवं सेवारत चिकित्सक संघ के डॉ. जगदीश मोदी, डॉ. नसरीन भारती को शामिल किया गया है। एसएमएस अधीक्षक डॉ. मानप्रकाश एवं अतिरिक्त अधीक्षक डॉ. सुनीत राणावत भी कमेटी को सहयोग करेंगे।
राठौड़ ने कहा कि रेजीडेन्ट डॉक्टर्स की हड़ताल का नुकसान किसी भी मरीज को नहीं होना चाहिए। उन्होंने मेडिकल कॉलेज के फैकेल्टी से अपनी क्षमता से अधिक कार्य कर मरीजों को सभी आवश्यक चिकित्सा सुविधाएं सुलभ कराने की आवश्यकता प्रतिपादित की। हड़ताल के कारण सभी प्रकार के ऑपरेशन निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार ही करवाने के निर्देश दिये गये। उन्होंने निजी मेडिकल कॉलेजों एवं निजी चिकित्सा संस्थानों में मरीजों को उपचार हेतु भिजवाने के लिए समुचित व्यवस्था करने के भी निर्देश दिये।
बैठक में प्रमुख शासन सचिव चिकित्सा एवं चिकित्सा शिक्षा मुकेश शर्मा, विशिष्ट शासन सचिव चिकित्सा शिक्षा डॉ. पृथ्वी, मिशन निदेशक एनएचएम नवीन जैन, आरएमएससी के प्रबंध निदेशक ओमप्रकाश, आरयूएचएस के कुलपति डॉ. राजाबाबू पंवार, एसएमएस मेडिकल कॉलेज प्रिंसिपल डॉ. यू.एस.अग्रवाल, निदेशक जनस्वास्थ्य डॉ. बी.आर.मीणा सहित संबंधित अधिकारीगण मौजूद थे।
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