जयपुर, 22 जनवरी। राजस्थान में होने वाले जन्म व मृत्यु के मामलों का शत प्रतिशत पंजीयन 2020 तक करने का केन्द्र सरकार ने लक्ष्य निर्धारित किया है। इस दिशा में कैसे काम किया जाए, क्या-क्या संसाधन चाहिए आदि के संबंध में जानकारी देने व मौजूदा व्यवस्थाओं का निरीक्षण करने रजिस्ट्रार जनरल ऑफ इण्डिया की टीम नगर निगम मुख्यालय व सिविल लाईन्स जोन कार्यालय पहुंची।
टीम ने यहां रिकॉर्ड और यहां जन्म-मृत्यु का रजिस्ट्रेशन व प्रमाण पत्र कैसे बनते हैं इस सिस्टम को देखा। इतना ही नहीं टीम ने सांगानेरी गेट स्थित महिला चिकित्सालय, एसएमएस अस्पताल, संतोकबा दुलर्भ जी अस्पताल का भी निरीक्षण किया। केन्द्र सरकार के इस लक्ष्य को कैसे पूरा हो इसके लिए चार दिवसीय सेमिनार का आयोजन भी किया जा रहा है।
सांगानेर एयरपोर्ट के पास ऑल इण्डिया इंस्टीट्यूट ऑफ हैल्थ परिसर में आयोजित ये सेमिनार 19 जनवरी से शुरू हुआ जो 22 जनवरी तक चलेगा। इसमें राजस्थान के अलावा बिहार, उत्तर-प्रदेश, मध्य प्रदेश, बिहार, असम के प्रतिनिधि शामिल हुए। सेमिनार में बताया कि देश में जन्म-मृत्यु रजिस्ट्रेशन के मामले में केरल प्रथम स्थान पर है जबकि राजस्थान दूसरे पर।
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