नई दिल्ली, 09 जनवरी। राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने राज्यपालों को अपने संवैधानिक ढांचे के भीतर अपने कर्तव्यों का पालन करने की नसीहत दी है, ताकि केन्द्र-राज्य संबंधों को और बेहतर बनाया जा सके।
नए साल के अवसर पर शुक्रवार देर शाम राज्यपालों को दिए अपने संदेश के बारे राष्ट्रपति मुखर्जी ने ट्वीट कर बताया कि संसदीय लोकतंत्र में राज्यपाल राज्यों के संवैधानिक प्रमुख होते है। इसलिए अपने संवैधानिक दायरे में रहते हुए उन्हें अपने कर्तव्यों का सही तरह से पालन करना चाहिए। राज्यपालों को अपने ज्ञान, अनुभव और नैतिक कर्तव्यों को निभाते हुए केंद्र और राज्यों के बीच सौहार्दपूर्ण संबंध बनाने में मदद करनी चाहिए।
राष्ट्रपति मुखर्जी ने कहा कि राज्यपालों को अपने कुशल नेतृत्व और मुख्यमंत्रियों के साथ संतुलन के प्रभाव का इस्तेमाल केंद्र की योजनाओं का उपयोग करते हुए बदलाव प्रक्रिया में मदद में करना चाहिए। इन कार्यक्रमों में स्वच्छ भारत मिशन, स्मार्ट सिटी मिशन, डिजिटल इंडिया, मेक इन इंडिया, स्किलिंग इंडिया आदि शामिल हैं।
ट्वीट के माध्यम से राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने वर्ष 2016 को विकास और परिवर्तन के लिए समस्त देशवासियों को योगदान देने के साथ ही राजभवनों को स्मार्ट राजभवन में बदलने का संकेत दिया। इसके लिए उन्होंने राज्यपालों को भी अपने-अपने राज भवनों में कदम उठाने की सलाह दी। साथ ही राष्ट्रपति मुखर्जी ने राष्ट्रपति भवन की तरह राजभवनों को जनता के लिए खोलने का आह्वान भी किया।
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