नई दिल्ली, 11 अगस्त। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा कि बिहार, गुजरात, उत्तर प्रदेश, पश्चिम बंगाल और तेलंगाना जैसे कुछ राज्यों में कोरोनावायरस (COVID-19) की जाँच में तेजी लाने की तत्काल आवश्यकता है।
मुख्यमंत्रियों के साथ कोविड-19 (COVID-19) महामारी से निपटने के लिए मौजूदा स्थिति और भविष्य की योजना बनाने के बारे में चर्चा करने के बाद उक्त मंतव्य स्पष्ट करते हुए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने यह भी कहा कि इस लड़ाई में कंटेनमेंट, संपर्क का पता लगाना और निगरानी सबसे प्रभावी हथियार हैं।
प्रधानमंत्री ने यह भी कहा कि हमें एक नए मंत्र का पालन करना होगा। एक संक्रमित व्यक्ति के संपर्क में आने वाले सभी लोगों का पता लगाकर 72 घंटों के भीतर उनकी जांच होनी चाहिए।
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि COVID-19 के 80 प्रतिशत सक्रिय मामले 10 राज्यों से हैं, यदि वहाँ वायरस पर काबू पा लिया जाता है, तो पूरा देश विजयी होगा। इससे मृत्यु दर एक प्रतिशत से नीचे लाने का लक्ष्य जल्द प्राप्त किया जा सकता है।
प्रधानमंत्री मोदी के साथ इस चर्चा में मुख्यमंत्रियों ने जमीनी स्थिति की जानकारी दी, स्वास्थ्य के बुनियादी ढाँचे और जाँच में तेजी लाने के प्रयासों के बारे में भी बताया।
मुख्यमंत्रियों ने COVId-19 के सीरो-सर्वेक्षण कराने के लिए केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा और मार्गदर्शन करने का अनुरोध किया, साथ ही देश में एक एकीकृत चिकित्सा बुनियादी ढांचा स्थापित करने का भी सुझाव दिया।
उन्होंने आरोग्य सेतु ऐप की उपयोगिता की चर्चा करते हुए कहा कि विशेषज्ञों के अनुसार यदि हम शुरुआती 72 घंटों में मामलों की पहचान कर लेते हैं, तो वायरस के फैलने की गति धीमी हो सकती है।
उन्होंने उन सभी लोगों का पता लगाने और परीक्षण करने की आवश्यकता पर जोर दिया जो 72 घंटे के भीतर एक संक्रमित व्यक्ति के संपर्क में आए थे। उन्होंने कहा कि इस मंत्र का ठीक उसी तरह पालन किया जाना चाहिए, जैसे हाथ धोना, दो गज़ की दूरी बनाए रखना और मास्क पहनना आदि जरूरी है।
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