विशाखापत्तनम, 6 फरवरी। राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने शनिवार को विशाखापत्तनम में आयोजित नौसैनिक जहाजों के भव्य प्रदर्शन अंतर्राष्ट्रीय फ्लीट रिव्यू का निरीक्षण किया, जिसमें न सिर्फ भारतीय नौसेना ने अपनी क्षमता का प्रदर्शन किया, बल्कि पूरी दुनिया की नौसेनाएं शांति के संदेश के साथ भारतीय तट पर इकट्ठी हुईं। राष्ट्रपति के साथ ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, रक्षामंत्री मनोहर पर्रिकर और तीनों सेनाओं के प्रमुखों ने भी आयोजन में हिस्सा लिया।
नौसेना जेट्टी पर150 नौसेना कर्मियों ने मुखर्जी को 21 तोपों की सलामी और पारंपरिक गार्ड ऑफ ऑनर दिया।
भारतीय नौसेना के गश्ती पोत आईएनएस सुमित्रा के बोर्ड पर बनाए गए मंच से राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने अपने संबोधन में कहा कि ये प्रदर्शन समुद्र में शांति,सहयोग और दोस्ती का प्रतीक है।
राष्ट्रपति मुखर्जी ने कहा, “मौजूदा दौर की राजनीति एवं अर्थव्यवस्था के वैश्विक स्वरूप को देखते हुए हमारा मानना है कि पूरी दुनिया की नौसेनाओं को समुद्री क्षेत्र में कहीं भी पनप रही नवीन चुनौतियों से निपटने पर अपना ध्यान केंद्रित करने की जरूरत है।”
इस अंतर्राष्ट्रीय बेड़ा समीक्षा में लगभग 50 देशों की नौसेनाएं और 24 विदेशी जहाज हिस्सा ले रहे हैं। भारत दूसरी बार इसकी मेजबानी कर रहा है जो अब तक देश की मेजबानी में पहला सबसे बड़ा सैन्य अभ्यास है।
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