गुवाहाटी, 21 जनवरी । असम में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के दौरे के बाद भाजपा और बीपीएफ के गठबंधन से कांग्रेस में भारी हड़कंप मच गया है। अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने भाजपा व बीपीएफ के गठबंधन के दूसरे दिन ही मुख्यमंत्री तरुण गोगई को दिल्ली बुला लिया। आज गुरुवार को राहुल गांधी के आवास पर सुबह 10.30 बजे हुई बैठक के बाद मुख्यमंत्री ने भाजपा पर जमकर जहां हमला किया वहीं चुनावों को लेकर अपनी रणनीति का खुलासा किया। इस बैठक में असम प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अंजन दत्त, असम कांग्रेस प्रभारी व एआईसीसी के महासचिव सीपी जोशी भी मौजूद थे।
मुख्यमंत्री ने बैठक के बाद मीडिया को संबोधित करते हुए कहा कि राहुल गांधी के साथ चुनावी तैयारियों व गठबंधन को लेकर चर्चा हुई। हालांकि एआईयूडीएफ के साथ चुनाव पूर्व गठबंधन को उन्होंने नकार दिया। उन्होंने भाजपा की अपेक्षा एआईयूडीएफ को कम साम्प्रदायिक पार्टी करार दिया। उन्होंने कहा कि मैं गठबंधन की नहीं सीटों को लेकर समझौते के तहत चुनाव लड़ने का भाजपा को छोड़ सभी राजनीतिक पार्टियों से आह्वान कर रहा हूं। मुख्यमंत्री ने बड़े ही सधे हुए अंदाज में कहा कि अभी तक इसको लेकर कोई चर्चा नहीं हुआ है। उन्होंने कहा कि कई पार्टियों की ओर से गठबंधन का प्रस्ताव आ रहा है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि विधानसभ चुनाव में भाजपा को हर हाल में रोकने के लिए सभी राजनीतिक पार्टियों के साथ समझौते के तहत चुनाव लड़ने पर विचार किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि सरकार के विरोध में कोई लहर नहीं है। ऐसे में कांग्रेस का मुख्य शत्रु भाजपा है। मुख्यमंत्री के इस बयान से यह साफ हो गया है कि भाजपा के बढ़ते कद से कांग्रेस पूरी तरह से घबड़ाई हुई है। वह किसी भी कीमत पर एआईयूडीएफ के साथ मित्रता तो करना चाहती है, लेकिन उसका औपचारिक ऐलान करने से बच रही है। यही हालत एआईयूडीएफ की भी है। औपचारिक गठबंधन होने से दोनों को जितना फायदा होगा उससे अधिक नुकसान भी होने की संभावना बनी हुई है। ऐसे में दोनों एक समझौते के तहत चुनाव मैदान में जाना चाहते हैं।
मुख्यमंत्री ने भाजपा और केंद्र सरकार पर सीधे हमला करते हुए कहा कि असम में जो भी मंत्री आते हैं वे बिना काम के हैं। उन्होंने पूछा कि केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह और वित्त मंत्री अरुण जेटली क्यों नहीं असम आ रहे हैं। उन्होंने सैग खेल को लेकर केंद्र सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि अभी तक मुझे धन का आवंटन नहीं किया गया है। उन्होंने कहा कि पूरे विश्व को केंद्र सरकार पैसा बांटती फिरती है, लेकिन असम में बाढ़ व भू-कटाव के समय भी पैसा नहीं देती है। साथ ही असम को विशेष राज्य का दर्जा समाप्त किए जाने के मुद्दे को भी उठाया।
उन्होंने कांग्रेस की रणनीतियों का खुलासा करते हुए कहा कि कांग्रेस के सभी विधायकों को विधानसभा चुनाव में टिकट दिया जाएगा। हालांकि उन्होंने बड़ी सतर्कता के साथ कहा कि जिसके उपर भ्रष्टाचार के आरोप लगे हैं उनको टिकट नहीं दिया जाएगा। साथ ही कहा कि जनता से हम अपने काम के बल पर वोट मांगेंगे। मुख्यमंत्री गोगोई ने कहा कि विधानसभा चुनाव में कोई भी पार्टी किंगमेकर नहीं है।-एजेंसी
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