नई दिल्ली, 25 फरवरी (जनसमा)। रेल बजट 2016-17 में ‘ग्राहक इंटरफेस’ का प्रमुखता से ध्यान रखा गया है जिसमें सोशल मीडिया और आईवीआरएस सिस्टम के जरिए संवाद और फीडबैक की व्यवस्था की गई हैः
- यात्रा को आरामदायक बनाने के लिए 65,000 अतिरिक्त शायिकाएं (बर्थ) बनाना, 2,500 वाटर वेंडिंग मशीनें लगाना
- आधुनिक साज-सज्जा के सवारी डिब्बों वाली ‘महामना एक्सप्रेस’ चलाना
- गाडि़यों में 17,000 जैव-शौचालय की व्यवस्था करना
- विश्व का पहला बायो-वैक्यूम टॉयलेट विकसित किया गया है।
- समयपालन में सुधार : गाजियाबाद से मुगलसराय खंड के लिए परिचालन ऑडिट की व्यवस्था करना।
- टिकटिंग : 1 हजार 780 टिकट वेंडिंग मशीनें लगाना, यूटीएस एवं पीआरएस टिकटों की कैशलेस खरीद के लिए मोबाइल एप्प और गो इंडिया स्मार्ट कार्ड,
- ई-टिकटिंग सिस्टम की क्षमता को 2000 टिकट प्रति मिनट से बढ़ाकर 7 हजार 200 टिकट प्रति मिनट करना और एक ही समय 1 लाख 20 हजार उपयोगकर्ता इसका उपयोग कर सकते हैं जबकि पहले केवल 40 हजार ही कर सकते थे।
- सामाजिक पहल : ऑनलाइन टिकट बुक करते समय रियायत पाने के लिए एकबारगी पंजीकरण,
- दिव्यांगों के लिए व्हील चेयरों की ऑनलाइन बुकिंग और ब्रेल इनेबल्ड नए सवारी डिब्बों का प्रावधान करना,
- वरिष्ठ नागरिकों और महिलाओं के लिए निचली बर्थों का कोटा बढ़ाना, महिलाओं के लिए सवारी डिब्बों में मिडिल बे को आरक्षित करना।
- 100 स्टेशनों पर वाई-फाई सेवा शुरू की गई, यह सेवा अन्य 400 स्टेशनों पर शुरू की जाएगी।
- स्टेशन पुनर्विकसित करना : हबीबगंज, भोपाल के लिए वित्तीय बिड प्राप्त हो गई है, स्टेशनों पर पीपीपी के अंतर्गत इसे शुरू करने के लिए मंत्रिमंडल का अनुमोदन।
- हेल्पलाइन व सीसीटीवी के जरिए सुरक्षा।
- संरक्षा : चौकीदार वाले 350 क्रासिंग बंद करना, बिना चौकीदार वाले 1,000 क्रासिंग समाप्त करना, मौजूदा वर्ष में 820 आरओबी/आरयूबी का कार्य पूरा किया गया और 1 हजार 350 पर कार्य चल रहा है।