लखनऊ में ब्रह्मोस नेक्स्ट जेनरेशन मिसाइल के उत्पादन की योजना है। ब्रह्मोस के नेक्स्ट जेनरेशन मिसाइल के उत्पादन के लिए लगभग 200 एकड़ भूमि की आवश्यकता होगी।
इस परियोजना को पूर्ण करने के लिए लगभग 300 करोड़ रुपये की धनराशि निवेशित की जाएगी।
ब्रह्मोस नेक्स्ट जेनरेशन परियोजना डीआरडीओ, रक्षा मंत्रालय की पहल है जिसके बारे में लखनऊ में उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी से 24 अगस्त,2021 को लखनऊ में उनके सरकारी आवास पर ब्रह्मोस एरोस्पेस के मुख्य कार्यकारी अधिकारी एवं प्रबन्ध निदेशक डॉ. सुधीर कुमार मिश्रा ने भेंट की।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश सरकार इस परियोजना के लिए लखनऊ में आवश्यक भूमि सहित अन्य सभी सुविधाएं उपलब्ध कराएगी।
ब्रह्मोस सुपरसोनिक क्रूज मिसाइल को डीआरडीओ भारत सरकार तथा एनपीओएम, रूस सरकार के संयुक्त उपक्रम ब्रह्मोस एरोस्पेस द्वारा परिकल्पित, विकसित एवं उत्पादित किया जा रहा है।
वर्तमान में भारतीय थल, जल एवं वायु सेना द्वारा इसका उपयोग किया जा रहा है।
भूमि उपलब्ध होने के पश्चात 3 माह के अन्दर सिविल निर्माण कार्य प्रारम्भ कर दिया जाएगा। इस परियोजना के माध्यम से लगभग 500 अभियन्ताओं एवं तकनीशियनों को प्रत्यक्ष रूप से तथा 5,000 लोगों को अप्रत्यक्ष रूप से रोजगार प्राप्त होगा।
ब्रह्मोस नेक्स्ट जेनरेशन मिसाइल के उत्पादन की योजना के लिए एन्सिलरी यूनिट्स भी स्थापित होंगी। इनके माध्यम से लगभग 10,000 लोगों को रोजगार मिलेगा।
लखनऊ में ब्रह्मोस मिसाइल का निर्माण होने से उत्तर प्रदेश देश का एरोस्पेस और डिफेंस हब बनने की ओर तेजी से अग्रसर होगा। मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर में लखनऊ वैश्विक मानचित्र पर स्थापित होगा। इस परियोजना से डिफेंस कॉरिडोर को गति मिलेगी।
ब्रह्मोस मिसाइल के विभिन्न सिस्टम तथा सब-सिस्टम के निर्माण से जुड़ी 200 से अधिक औद्योगिक इकाइयां भी परियोजना के निकट अपनी उत्पादन इकाइयां स्थापित करने की ओर अग्रसर होंगी।
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