पटना, 15 नवंबर | भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के वरिष्ठ नेता और बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने यहां सोमवार को कहा कि करोड़ों रुपये के चारा घोटाले में सजायाफ्ता राष्ट्रीय जनता दल (राजद) अध्यक्ष लालू प्रसाद, शारदा चिटफंड घोटाले में फंसीं ममता बनर्जी, समाजवादी पार्टी (सपा) के प्रमुख मुलायम सिंह यादव और उत्तर प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री मायावती को कालेधन पर बोलने का कोई नैतिक अधिकार नहीं है। सुशील मोदी ने कहा, “कालाधन समाप्त करने की प्रधानमंत्री की ऐतिहासिक पहल के खिलाफ जो लोग लोकलाज भूलकर एकजुट हो रहे हैं, उनसे जनता को सावधान रहना चाहिए।”
भाजपा नेता ने कहा कि जनता की कठिनाई के बहाने जो गोलबंदी हो रही है, उसमें दो तरह के नेता शामिल हैं। पहले राहुल गांधी जैसे लोग हैं, जो कई पीढ़ियों से कभी बैंक नहीं गए, लेकिन अब चार हजार रुपये के लिए पंक्ति में खड़े होकर फोटो खिंचवाते हैं। दूसरे वे हैं जिन्होंने अपनी सात पीढ़ियों के लिए धन एकत्र कर लिया है।
उपमुख्यमंत्री ने कहा कि नोटबंदी की घोषणा के बाद बिहार में संचालित दर्जनों क्रेडिट को-ऑपरेटिव सोसायटी के जरिए करोड़ों रुपये का कालाधन खपाया जा रहा है। राज्य सरकार को इस पर कार्रवाई करनी चाहिए।
उन्होंने आरोप लगाया कि जो लोग नकदी की तात्कालिक समस्या को तूल देकर नोटबंदी का विरोध कर रहे हैं, वे ही नमक की कमी जैसी अफवाह से अराजकता फैलाते हैं। –आईएएनएस
(फाइल फोटो)
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