नई दिल्ली, 27 जनवरी। गणतंत्र दिवस के दिन ट्रैक्टर परेड के दौरान लाल किले में उपद्रव और हिंसा के मामले अब तक 19 लोगों को गिरफ्तार किया गया है और 50 लोग हिरासत में लिए गए हैं।
पुलिस कमिश्नर ने बताया कि 394 पुलिसकर्मी घायल हुए हैं और अस्पताल में भर्ती हैं।
यह जानकारी देते हुए दिल्ली पुलिस कमिश्नर एस एन श्रीवास्तव ने कहा कि जिन लोगों ने भी इस जघन्य अपराध में भाग लिया है उनके खिलाफ कठोर कदम उठाए जाएंगे।
दिल्ली पुलिस कमिश्नर ने कहा कि लाल किले के मामले को बड़ी गंभीरता से लिया गया है और वीडियो फुटेज देखकर एक एक अपराधी की पहचान की जा रही है। उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी किसी भी अपराधी को छोड़ा नहीं जाएगा।
लाल किले में उपद्रव और हिंसा पर मीडिया को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि किसान नेताओं ने पुलिस के साथ किये गए एग्रीमेंट को तोड़कर विश्वासघात किया है और उन सब के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
पत्रकारों के एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि जैसे.जैसे कार्यवाही होती जाएगी उसकी सूचना अलग से दी जाएगी।
उन्होंने कहा कि पुलिस ने पूरी तरह संयम बरता और कुछ स्थानों पर केवल आंसू गैस छोड़ी।
उन्होंने सिलसिलेवार बताया कि लाल किले की प्राचीर पर जिन लोगों ने धार्मिक झंडे फहराए उसे कब्जे में ले लिया गया है और वह अब केस की प्रॉपर्टी है। इस गैरकानूनी आंदोलन से पुरातत्व की संपत्ति को भारी नुकसान पहुंचा है।
उन्होंने बताया कि इस मामले में किसान संगठनों से भी पूछताछ की जाएगी।
पुलिस कमिश्नर ने साफ-साफ कहा कि पुलिस ने संयम से काम लिया उससे एक भी व्यक्ति की मौत नहीं हुई।
उन्होंने प्रेस ब्रीफिंग में तीन चार बार कहा कि किसान नेताओं ने पुलिस के साथ किये गए एग्रीमेंट को तोड़ा है।
किसान नेताओं ने निर्धारित रूट को फाॅलो नहीं किया।
श्रीवास्तव ने कहा कि जिन किसान नेताओं और अन्य किसी को भी इस मामले में शामिल पाया गया तो उनके खिलाफ कठोर कार्रवाई की जाएगी।
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