पद्म भूषण से सम्मानित, कर्नाटक संगीत के विद्वान और प्रख्यात् वायलिन वादक टीएन कृष्णन का 2 नवंबर को चेन्नई में निधन हो गया। वह 92 साल के थे और अपने पीछे अपनी पत्नी कमला, पुत्र श्रीराम कृष्णन और बेटी विज कृष्णन को छोड़ गए हैं।
उनका पूरा नाम त्रिपुनिथुरा नारायणायर कृष्णन था।
आज 3 नवंबर, 2020 को नई दिल्ली में जारी शोक संदेश में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा है कि टी. एन. कृष्णन के निधन से संगीत की दुनिया में एक बहुत बड़ा ख़ालीपन आ गया है। उनके कार्यों और रचनाओं ने हमारी संस्कृति में समाहित भावनाओं तथा प्रवृतियों की एक विस्तृत श्रृंखला को खूबसूरती से प्रस्तुत किया है। वह युवा संगीतकारों के लिए एक उत्कृष्ट संरक्षक भी थे। उनके परिवार और प्रशंसकों के लिए संवेदना। ओम शांति।
त्रिपुनिथुरा नारायणायर कृष्णन का जन्म 6 अक्टूबर, 1928 को त्रिपुनिथुरा में हुआ था।
वायलिन वादक टीएन कृष्णन को लालगुड़ी जयरामन और एम. एस. गोपालकृष्णन के साथ कर्नाटक संगीत के वायलिन.ट्रिनिटी माना जाता था।
वायलिन वादक टीएन कृष्णन को 1980 में मद्रास संगीत अकादमी की ओर से संगीत कलानिधि से सम्मानित किया गया था। उन्हें केन्द्रीय संगीत नाटक अकादमी पुरस्कार से भी सम्मानित किया गया था।
उनकी बहन एन. राजम भी प्रसिद्ध वायलिन वादक हैं।
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