चेन्नई/नई दिल्ली, 22 जुलाई | बंगाल की खाड़ी के ऊपर से उड़ान भरते समय शुक्रवार को भारतीय वायुसेना का परिवहन विमान एएन-32 लापता हो गया। शाम तक चले तलाशी और बचाव अभियान में इसके बारे में कोई जानकारी नहीं मिल सकी। विमान में 29 लोग सवार थे। विमान में छह चालक दल के सदस्यों के अलावा वायुसेना, थलसेना, नौसेना एवं तटरक्षक के जवान सवार थे।
अधिकारियों ने बताया कि इस विमान ने चेन्नई के ताम्ब्रम वायुसेना हवाईअड्डे से शुक्रवार सुबह 8.30 बजे उड़ान भरी थी और इसे 11.30 बजे पोर्ट ब्लेयर पहुंचना था।
रक्षा मंत्रालय के अधिकारियों ने विमान की तलाश में व्यापक बचाव और खोज अभियान शुरू कर दिया है। अभियान में विमान, हेलीकाप्टर, पनडुब्बियों एवं जहाजों को लगाया गया है। अभियान रात भर जारी रहेगा।
मिलते-जुलते विमान की फोटो
सूत्रों के अनुसार, विमान से आखिरी बार संपर्क उसके उड़ान भरने के 15-20 मिनट बाद हुआ। नौ बजे के बाद रडार पर विमान दिखाई देना बंद हो गया।
रक्षा मंत्रालय के एक अधिकारी ने कहा, “विमान ने शुक्रवार सुबह 8.30 बजे उड़ान भरी थी और 11.30 बजे उसे पोर्ट ब्लेयर पहुंचना था, लेकिन वह पहुंचा नहीं। खोज अभियान जारी है।”
भारतीय नौसेना के प्रवक्ता डी. के. शर्मा ने कहा कि इस खोज तथा राहत अभियान में पी-8 निगरानी विमान, एक डोर्नियर और चार जहाज जुटे हुए हैं और अन्य सहायता भी ली जा रही है।
भारतीय नौसेना ने कहा कि इस अभियान में तैनात जहाजों में शिवालिक का युद्धपोत आईएनएस सहयाद्रि, मिसाइल विध्वंसक आईएनएस राजपूत और रणविजय, वाहक कामरोता, किर्च, कार्मुक, कोरा, कुथार, टैंकर जहाज आईएनएस शक्ति और आईएनएस ज्योति, आईएनएस घड़ियाल तथा गश्ती पोत आईएनएस सुकन्या शामिल हैं।
रूस में निर्मित एएन-32 गर्मी और कठिन स्थितियों में अपनी बेहतरीन उड़ान भरने की क्षमता और सैन्य परिवहन के रूप में उपयोग होने वाले विमान के रूप में जाना जाता है।
दो इंजन वाले इस विमान का इस्तेमाल मुख्य रूप से माल परिवहन, स्काइड्राइवर, पैराट्रुारों सहित यात्रियों को लाने ले जाने और युद्ध में भी किया जाता है।
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