शिमला 14 जून, (जनसमा)। हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह ने कहा कि उनकी सरकार क्षेत्रवाद में विश्वास नहीं रखती है तथा विकास के मामले में राज्य के सभी भागों को एक समान तवज्जो दीजा रही है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस सरकार की नीति हमेशा बिना राजनीतिक भेदभाव के समूचे राज्य की एक समान सेवा करने की रही है, ताकि राज्य समग्र विकास को हासिल कर सके।
मुख्यमंत्री मंगलवार को शिमला जिले के चौपाल विधानसभा क्षेत्र के बलघार मेंएक जनसभा को सम्बोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि राज्य ने सभी क्षेत्रों में अभूतपूर्व विकास हासिल किया है, और आज हिमाचल प्रदेश न केवल देश के छोटे एवंपहाड़ी राज्यों में अग्रणी है, बल्कि बड़े राज्यों से भी विभिन्न मानकों में आगे है।
वीरभद्र सिंह ने कहा कि राज्य के अस्तित्व में आने के दौरान यहां लगभग 300 पाठशालाएं तथा लगभग 350 किलोमीटर सड़कें थीं, जबकि एक भी महाविद्यालय नहीं था, लेकिन आज राज्य में 15,500 से अधिक पाठशालाएं, 113 डिग्री कालेज क्रियाशील हैं, और सड़कों की कुल लम्बाई 34,999 किलोमीटर तक पहुंच गई है। राज्य ने शत-प्रतिशत विद्युतीकरण के लक्ष्य को भी हासिल कर लिया है तथा लोगों की स्वास्थ्य आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए राज्य के दूरवर्ती एवं पिछड़े क्षेत्रों में स्वास्थ्य संस्थानों का एक सुदृढ़ नेटवर्क स्थापित किया गया है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि भाजपा राज्य में नई पाठशालाओं तथा महाविद्यालयों को खोलने पर अनावश्यक हो-हल्ला कर रही है। भाजपा नेताओं को एहसास होना चाहिए कि प्रदेश सरकार ही इन संस्थानों को खोलने तथा क्रियाशील बनाने के लिए धनराशि उपलब्ध करवा रही है। उन्होंने कहा कि अधिकांश स्कूल और कालेज युवाओं, विशेषकर लड़कियों को उनके घर-द्धार के समीप शिक्षा उपलब्ध करवाने के उद्देश्य से राज्य के पिछड़े एवं दूरदराज के क्षेत्रों में खोले गए हैैं।
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