रायपुर, 03 जून (जनसमा)। छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह ने कहा है कि कृषि एवं सम्बद्ध क्षेत्रों के विकास के मामले में छत्तीसगढ़ पूरे देश के लिए एक आदर्श राज्य (मॉडल स्टेट) बन सकता है। इसके लिए प्रदेश के अलग-अलग जलवायु क्षेत्रों के लिए अलग-अलग कार्य योजना तैयार कर उस पर अमल करना होगा। डॉ. रमन सिंहशुक्रवार को यहां पुलिस अधिकारी मैस के सभाकक्ष में कृषि एवं सम्बद्ध क्षेत्रों के विकास के लिए गठित स्थायी कार्य समूहों की बैठक को संबोधित कर रहे थे।
डॉ. रमन सिंह ने कहा कि मोबाइल और स्मार्ट फोन का उपयोग खेती-किसानी के आधुनिक तौर-तरीकों और तकनीक की जानकारी और महत्वपूर्ण सूचनाओं को खेतों में काम कर रहे किसानों तक पहुंचाने के लिए किया जा सकता है। यह जानकारी किसान के लिए और भी अधिक उपयोगी हो सकती है, यदि हम गोंडी, हल्बी, भतरी और सरगुजिहा जैसी स्थानीय बोली में किसानों तक यह जानकारी पहुंचाएं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि आज छत्तीसगढ़ में महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोेजगार गारंटी योजना (मनरेगा) में काम करने वाले मजदूर भी मोबाईल और स्मार्ट फोन का उपयोग कर रहे है। छत्तीसगढ़ में मोबाईल उपभोक्ताओं की संख्या लगभग 90 लाख है, आने वाले समय में यह संख्या और भी अधिक बढ़ेगी।
डॉ. रमन सिंह ने बैठक में कहा कि प्रदेश में बड़ी संख्या में महिला स्व सहायता समूह गठित किए गए है और यह समूह विभिन्न शासकीय योजनाओं के क्रियान्वयन में अपनी सक्रिय भूमिका निभा रहे हैं। इन महिला स्व सहायता समूहों का उपयोग किसानों तक खेती-किसानी के आधुनिक तौर-तरीकों की जानकारी पहुंचाने के लिए किया जा सकता है। उन्होंने बताया कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के ‘स्वच्छ भारत अभियान’ को प्रदेश में सफल बनाने में ये समूह अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे हैं।
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