नई दिल्ली, 11 मार्च (जनसमा)। बैंकों का 9,000 करोड़ रुपये का कर्ज नहीं चुकाने के मामले में फंसे किंगफिशर एयरलाइंस के संस्थापक और उद्योगपति विजय माल्या के देश छोड़ने का मुद्दा लगातार गर्माता जा रहा है। इस मुद्दे पर सरकार और विपक्ष एक-दूसरे पर निशाना साध रहे हैं।
फाईल फोटोः विजय माल्या। (आईएएनएस)
संसद के ऊपरी सदन राज्यसभा में शुक्रवार को कांग्रेस ने शून्यकाल के दौरान विपक्ष के नेता गुलाम नबी आजाद ने केन्द्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) के इस निर्णय के औचित्य पर सवाल उठाया कि लुक आउट नोटिस में माल्या की गिरफ्तारी के बजाय सूचना देने को कहा गया था।
कांग्रेस प्रवक्ता रणदीप सिंह सुरजेवाला ने कहा, “यह स्पष्ट है कि विजय माल्या देश छोड़कर भागे नहीं, भगाये गये हैं। जब सरकार को यह मालूम था कि बैंक सुप्रीम कोर्ट में जाने वाले हैं, उसके बावजूद भी उनको जाने से रोका क्यों नहीं गया। मोदी जी और उनकी सरकार को जवाब देना पड़ेगा।
ससंदीय कार्य राज्यमंत्री मुख्तार अब्बास नकवी ने इन आरोपों पर कहा कि भाजपा और सरकार से सवाल पूछने से पहले कांग्रेस को अपने कार्यकाल के बारे में सोचना चाहिए। उन्होंने कहा कि कांग्रेस को याद रखना चाहिए कि बोफोर्स कांड का आरोपी ओतावियो क्वात्रोकी कैसे भाग गया था।
उन्होंने कहा “बहुत स्पष्ट रूप से हमारा कहना है कि जो भी जनधन की लूट या देश के पैसे की लूट होगी या की गई है उसके आने पाई का हिसाब-किताब सूद ब्याज के साथ उससे लिया जायेगा और कोई भी व्यक्ति देश के धन और देश के पैसे को लेकर के दुनिया के किसी कोने में भी चैन से नहीं रह सकता। कानून अपना काम करेगा और कानून ने अपना काम करना शुरू कर दिया है।
बहुजन समाज पार्टी (बसपा) की नेता मायावती ने भी आरोप लगाया कि सरकार की मदद से माल्या देश छोड़कर जा सका। उन्होंने पिछली यूपीए सरकार पर भी सवाल उठाया कि बिना जांच पड़ताल के इतना बड़ा कर्ज क्यों दिया गया। जनता दल यूनाइटेड (जेडीयू) के अध्यक्ष शरद यादव ने विजय माल्या के इस दावे को गलत बताया कि वह भगोड़ा नहीं है और कानून का पालन करेगा। समाजवादी पार्टी के नेता नरेश अग्रवाल ने कहा कि माल्या अब भगोड़ा है इसलिए उसकी राज्यसभा की सदस्यता खत्म कर देनी चाहिए।
इस बीच, राज्यसभा सदस्य माल्या ने ट्विटर पर कहा, “मैं एक अंतर्राष्ट्रीय व्यापारी हूं। मैं भारत से बाहर आता-जाता रहता हूं। मैं भारत से भागा नहीं हूं और न ही मैं भगोड़ा हूं। यह आरोप बकवास है।” माल्या ने कहा कि उनका भारतीय न्याय प्रणाली पर पूरा भरोसा है।
उन्होंने साथ ही कहा कि वह भारत के कानून का सम्मान करते हैं और उसका पालन करेंगे। उन्होंने कहा, “एक बार मीडिया किसी पर भी दोष मढ़ने पर उतारू हो जाती है, तो सच्चाई और तथ्य जल कर राख हो जाते हैं।”
माल्या ने कहा, “मीडिया रिपोर्टों में कहा जा रहा हैं कि मुझे अपनी संपत्ति की घोषणा करनी चाहिए। क्या इसका मतलब यह है कि बैंक को पता नहीं है कि मेरे पास कितना धन है और क्या वे संसद में मेरे द्वारा की गई संपत्ति घोषणा को नहीं देख सकते?”
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