वित्तीय प्रबंधन में छत्तीसगढ़ नम्बर वन : रिजर्व बैंक

रायपुर, 05 मई (जनसमा)। वित्तीय प्रबंधन में छत्तीसगढ़ ने इस बार भी पूरे देश में नम्बर वन में आकर अपनी सफलता का शानदार परचम लहराया है। भारतीय रिजर्व बैंक द्वारा राज्यों के बजट संकलन के आधार पर जारी वित्तीय वर्ष 2015-16 की अपनी वार्षिक रिपोर्ट में पिछले वर्षों की तरह इस बार भी छत्तीसगढ़ को महत्वपूर्ण वित्तीय संकेतकों में पहला स्थान दिया है। वित्त विभाग की कमान संभाल रहे छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह ने इस महत्वपूर्ण उपलब्धि के लिए प्रदेशवासियों सहित राज्य के सभी अधिकारियों और कर्मचारियों को बधाई दी है।

डॉ. रमन सिंह ने कहा है कि विकास और सामाजिक क्षेत्र की योजनाओं में आम जनता की बेहतरी के लिए छत्तीसगढ़ ने सर्वाधिक खर्च किया है, ताकि आम जनता के जीवन स्तर को ऊंचा उठाया जा सके। इसमें राज्य को लगातार सफलता मिल रही है। उन्होंने कहा कि प्रतिवेदित अवधि में छत्तीसगढ़ का कुल ऋणभार सकल घरेलू उत्पाद का 15.5 प्रतिशत रहा, जो गैर-विशेष श्रेणी के राज्यों में सबसे कम है।

वित्त विभाग के अधिकारियों ने आज यहां बताया कि भारतीय रिजर्व बैंक द्वारा जारी वर्ष 2015-16 की रिपोर्ट के अनुसार छत्तीसगढ़ का विकास मूलक व्यय राज्य के सकल घरेलू उत्पाद के प्रतिशत के रूप में, गैर-विशेष श्रेणी के राज्यों में सर्वाधिक है। पिछले दो वर्षों की तरह इस बार भी छत्तीसगढ़ ने विकास के क्षेत्र में सकल घरेलू उत्पाद के प्रतिशत के रूप में सबसे ज्यादा 21.2 प्रतिशत व्यय किया है, जबकि सभी गैर- विशेष श्रेणी वाले राज्यों का औसत मामले में सिर्फ 12.2 प्रतिशत है।

अधिकारियों ने बताया कि सामाजिक क्षेत्र की योजनाओं में खर्च करने में भी छत्तीसगढ़ सरकार ने उच्च मानदण्ड स्थापित किए हैं। उल्लेखनीय है कि वित्तीय वर्ष 2014-15 में छत्तीसगढ़ को पूरे देश में दूसरा स्थान मिला था, जिसमें बेहतर प्रदर्शन करते हुए वित्तीय वर्ष 2015-16 में राज्य ने अव्वल स्थान हासिल किया है।