रायपुर, 19 अप्रैल। छत्तीसगढ़ के रायपुर स्थित भारतीय प्रबंधन संस्थान (आईआईएम) के 5वें दीक्षांत समारोह में सोमवार को केन्द्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री स्मृति जुबिन ईरानी ने कहा, “मुझे लगता है कि अब विद्यार्थियों को सामाजिक प्रबंधन के क्षेत्र में भी ज्यादा ध्यान केन्द्रित करना चाहिए, जैसा कि छत्तीसगढ़ में हो रहा है। हमें आर्थिक क्षेत्र के साथ-साथ सामाजिक क्षेत्र में भी कार्य योजना बनाकर काम करने की जरूरत है, जिससे लोगों का जीवन खुशहाल हो।”
ईरानी ने कहा कि प्रबंधन तकनीक के जरिए देश के विकास में छत्तीसगढ़ की सक्रिय भागीदारी सुनिश्चित हुई है। उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ सरकार ने सुद्ढ़ प्रबंधन के जरिये पीडीएस के 35 प्रतिशत लीकेज को लगभग शूल्य प्रतिशत में ला दिया है। देश में शायद पहली बार लघुवनोपज को समर्थन मूल्य पर खरीदा गया। बिजली की लाईन लॉस को न्यूनतम किया गया है। मुझे नहीं पता कि राज्य सरकार के इतने बड़े प्रबंधन का आईआईएम में अध्ययन किया गया है अथवा नहीं, लेकिन मैं समझती हूं कि इसकी केस स्टडी होनी चाहिए।
ईरानी ने अपने सम्बोधन में कहा कि जिस तरह से छत्तीसगढ़ राज्य सार्वजनिक वितरण प्रणाली, ऊर्जा, वनोपज और कृषि आधारित उद्योग क्षेत्र में प्रबंधन तकनीक का इस्तेमाल कर मॉडल राज्य के रूप में उभर रहा है। मुझे उम्मीद है कि आने वाले समय में डिजिटल इंडिया और मेक-इन-इंडिया के सपनों को छत्तीसगढ़ सबसे पहले पूरा करेगा।
उन्होंने कहा कि प्रबंधन के साथ जो विभिन्न संकाय की शिक्षा प्राप्त करते हैं, तो वे योजना बनाकर काम करते हैं और वे जो प्लान बनाते हैं, उससे उनकी चरित्र की पहचान होती है। विभिन्न अवसरों पर प्रबंधन के अनेक संस्थानों में मेरा जाना हुआ, वहां मैंने पाया कि विद्यार्थी वित्तीय प्रबंधन में ज्यादा अवसर देखते हैं।
छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह ने दीक्षांत समारोह में उपाधि प्राप्त करने वाले सभी छात्र-छात्राओं को अपनी शुभकामनाएं दी। उन्होंने अपने सम्बोधन में कहा कि इस प्रबंधन संस्थान में देश-विदेश के छात्र-छात्राएं अध्ययन करने आते हैं और इसके जरिए 100 फीसदी प्लेसमेंट पाते हैं। यह इस राज्य के लिए गौरव की बात है। इन छात्र-छात्राओं के चेहरों से झलकने वाले आत्मविश्वास को देखकर यह कहा जा सकता है कि प्रबंधन में दीक्षित इन छात्र-छात्राओं से छत्तीसगढ़ की विकास यात्रा को और भी गति मिलेगी। मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर केन्द्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री के प्रति आभार व्यक्त किया और कहा कि उनके सहयोग से रायपुर में भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान की स्थापना की सौगात छत्तीसगढ़ राज्य को मिली।
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