चेन्नई, 7 फरवरी| ऑल इंडिया अन्ना द्रविड़ मुनेत्र कड़गम (एआईएडीएमके) ने पार्टी के विधायक दल की नवनिर्वाचित नेता वी.के. शशिकला के मुख्यमंत्री के तौर पर शपथ लेने को लेकर बनी अनिश्चितताओं के बीच मंगलवार को कहा कि विधिवत रूप से चुने व्यक्ति को मुख्यमंत्री के रूप में शपथ दिलाना राज्यपाल का संवैधानिक कर्तव्य है और वह इसके लिए बाध्य हैं। पार्टी ने यह भी कहा कि वह शशिकला के खिलाफ कानूनी चुनौतियों को लेकर चिंतित नहीं है।
एआईएडीएमके के प्रवक्ता पनरूती एस.रामचंद्रन ने यहां संवाददाताओं से कहा, “विधिवत रूप से निर्वाचित व्यक्ति को मुख्यमंत्री के रूप में शपथ दिलाना राज्यपाल का संवैधानिक कर्तव्य है।”
फाइल फोटो : वी.के. शशिकला –आईएएनएस
सरकार के गठन में हो रहे विलंब के बारे में पूछे जाने पर रामचंद्रन ने कहा कि पार्टी राज्यपाल चौधरी विद्यासागर राव के चेन्नई लौटने का इंतजार कर रही है।
उन्होंने कहा, “एआईएडीएमके के विधायी दल ने सर्वसम्मति से चिनम्मा (शशिकला) को अपना नेता चुना है। हम राज्यपाल चौधरी विद्यासागर राव के चेन्नई लौटने का इंतजार कर रहे हैं, जिसके बाद हमारे सभी विधायक राजभवन जाएंगे और राज्यपाल के समक्ष पेश होंगे। साथ ही चिनम्मा के नेतृत्व में सरकार के गठन को लेकर लिखित में पार्टी की मंशा जाहिर करेंगे।”
रामचंद्रन ने तमिलनाडु विधानसभा के पूर्व अध्यक्ष पी.एच.पांडियन तथा राज्यसभा के पूर्व सदस्य मनोज पांडियन के आरोपों को बेबुनियाद तथा निराधार बताते हुए खारिज किया।
रामचंद्रन ने कहा कि यह चिकित्सकों को तय करना है कि जयललिता को जहर दिया गया या नहीं।
इससे पहले संवाददाताओं से बातचीत में मनोड पांडियन ने दावा किया था कि जयललिता ने उनसे एक बार कहा था कि उन्हें जहर देकर मारा जा सकता है।
एआईएडीएमके के विधायक के.ए.सेनगोत्तैयां ने कहा, “जे.जयललिता तथा अन्य के खिलाफ आय से अधिक संपत्ति मामले के जिम्मेदार पी.एच.पांडियन हैं।”
सेनगोत्तैयां ने कहा कि पांडियन परिवार के पांच सदस्यों को एआईएडीएमके द्वारा पद दिया गया और अब वह पार्टी के खिलाफ इसलिए बातें कर रहे हैं, क्योंकि वह किसी भी पद पर नहीं हैं। –आईएएनएस
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