नई दिल्ली, 24 सितम्बर | एक-दूसरे को समझना सफल वैवाहिक जीवन के लिए बेहद जरूरी होता है। अंक ज्योतिष के कुछ उपायों को अपनाकर आप भी सही जीवनसाथी पा सकते हैं। इस संबंध में अंक ज्योतिष के विशेषज्ञ गौरव मित्तल ने कुछ सुझाव दिए हैं, जो इस प्रकार हैं :
-भाग्य अनुकूलन अंक ज्योतिषीय कार्ड : भाग्यांक आपके जीवन के उद्देश्य, मिशन और आपको क्या करना चाहिए, इन सब बातों का वर्णन करता है। अवसरों और आंतरिक संसाधनों को यह दर्शाता है। यह जीवन के उस भाग से जुड़ा हुआ है, जहां व्यक्ति खुद को समझने, विकास करने व अपनाने के जरिए दूसरे के जीवन को आरामदायक बना सकता है।
– नाम संख्या : यह आपकी आंतरिक प्रतिभाओं, क्षमताओं को उजागर करने के साथ ही आप के करियर से जुड़ी संभावनाओं और एक-दूसरे को सहयोग करने संबंधी बातों केबारे में भी बताता है।
– व्यक्तित्व संख्या : यह संख्या इससे जुड़े व्यक्ति के महत्वपूर्ण कार्य को दर्शाता है। इसके स्पंदन को जीवनभर महसूस किया जा सकता है। यह दंपति पर भी असर करती है और आदर्श दंपति बनाने में सहायक होती है।
– जन्मतिथि : यह आपकी विशेष प्रतिभा को उजागर करती है। जन्मतिथि विशेष रूप से जीवन के मध्य पड़ाव को प्रभावित करती है। आपके और जीवनसाथी के बीच अच्छा सामंजस्य होने से जीवन शांति से गुजरता है।
– जीवन संख्या : इस संख्या को पता करने के लिए आपको कैलेंडर के अनुसार, अपने जन्म के दिन को पता करना होगा, अगर यह दो अंकीय वार्षिक संख्या है तो फिर आपको इसमें से एक अंक को साथ की संख्या जोड़कर घटाना है, जिससे इस संख्या का पता चल जाता है। यह संख्या अपने स्वामी के छिपे हुए प्रतिभाओं की ओर संकेत करती है।
– आत्मप्रेरक संख्या : यह संख्या आपकी आंतरिक इच्छाओं, सपनों, आशाओं की व्याख्या करने में मदद करने के साथ ही आपकी आंतरिक प्रेरणा और भावुक इच्छाओं को भी दर्शाती है। हर शख्स के लिए अपनी सच्ची इच्छाओं और आकांक्षाओं के साथ जीना जरूरी है। इस संख्या का पता अपने पूरे नाम के स्वर अक्षरों को जोड़कर लगाया जा सकता है।
– स्व मौन : यह आपकी आंतरिक शक्ति और छिपी भावनाओं को दर्शाती है, जिसके बारे में शायद आप भी नहीं जानते हैं। आपकी आंतरिक शक्ति आपको अपने लक्ष्य को हासिल करने में मदद करती है। इस संख्या का पता पूरे नाम के व्यंजन उच्चारित अक्षरों को जोड़कर लगाया जा सकता है। –आईएएनएस
(फाइल फोटो: सिन्हुआ/आईएएनएस)
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